शिवपुरी। खबर मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई से आ रही हैं कि खनियाधाना की रहने वाली एक विवाहिता अपने पति को जेल से छुड़ाने में मदद का आवेदन लेकर आई थी। विवाहिता का कहना था कि उसके पति पर उसके ही परिजनों ने मामला दर्ज करवा दिया था। जिसकी न्यायालय ने 10 साल की सजा सुनाई हैं। अब मैं उसके दो बच्चों की मां हूं, उनके भरण पोषण में परेशानी का सामना करना पड रहा है। मैं ही इस मामले में फरियादी थी लेकिन मैंने उससे शादी कर ली हैं।
यह दिया विवाहिता ने आवेदन
रोशनी पत्नी दीपक जाटव आयु 22 वर्ष निवासी गोरवर तहसील खनियाधानां का पति दीपक पुत्र कोमल जाटव वर्तमान समय में धारा 363,366 पास्को एक्ट में 10 वर्ष कि सजा सर्किल जेल शिवपुरी में रहकर भुगत रहा है।
श्रीमान जी पूर्व में उक्त अपराध मेरे परिजनों द्वारा मेरे पति दीपक पुत्र कोमल जाटव पर ईर्ष्या वश लगा दिया था। जिसका खामियाजा मुझ प्रार्थी को भुगतना पड रहा है। मेरे और दीपक के दो बच्चे है उक्त अपराध पुलिस थाना खनियाधाना से मेरे पति पर पूर्व में मेरा ही लगाया गया हैं।
श्रीमान जी वर्तमान में अपने पति दीपक पुत्र कोमल जाटव के निवास स्थान ग्राम गोरवर थाना खनियाधाना में अपने बच्चो के साथ रह रही हूं। मेरे पिता और सास अब इस दुनिया मे नही है।
अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि मेरे पति को जेल से मुक्त करवाया जाये या फिर मरे बच्चो को पालन.पोषण हेतु कुछ मदद प्रदाय की जाए ताकि मैं अपने बच्चो का पालन पोषण कर सकें यही विनय है।