SHIVPURI डॉक्टरों ने हड्डी में इंजेक्शन ठोक दिया, दीगोद के पुजारी की मौत - NEWS TODAY

Bhopal Samachar
शिवपुरी
। खबर जिले के सरकारी अस्पताल से स्वास्थ्य विभाग को बदनाम करने वाली आ रही हैं कि जिले में एक सामान्य एक्सीडेंट में घायल पुजारी को डॉक्टरों ने लापरवाही भरा इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई। मामले में परिजनों ने कहा गलत इंजेक्शन लगाया गया मना किया जा रहा था कि इंजेक्शन न लगाए,घायल शुगर और बीपी का मरीज था। स्थिति बिगड़ती देख डॉक्टरों ने मरीज को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।

जानकारी के अनुसार कोलारस विधानसभा में आने वाले गांव दीगोद में निवास करने वाले अशोक बैरागी उम्र 55 साल अपनी 17 वर्षीय बेटी अनुसुइया का इलाज कराकर बाइक से अपने गांव दीगोद लौट रहे थे। दिगौधी पहुचने से पूर्व ही उनकी उनकी बाइक स्लिप हो गइ। जिससे अशोक बैरागी मामूली रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा हैं कि शाम 6 बजे अशोक बैरागी अपना इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंचे।

बताया जा रहा हैं कि अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर हिमांशु सक्सेना और डाॅक्टर अश्विनी गुप्ता ने उसका इलाज शुरू किया। हाथ में बैनुला लगाकर इंजेक्शन लगाया गया। इंजेक्शन लगाते समय अशोक बैरागी इंजेक्शन लगाने से मना कर रहे थे,इस पर डॉक्टर बोले हम डॉक्टर है क्या इलाज करना है हमे पता हैं। इंजेक्शन लगाने के बाद अशोक की हालत बिगड़ने लगी,परिजनों ने विरोध करना शुरू किया तो डॉक्टरों ने अशोक बैरागी को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।

बताया जा रहा है कि इंजेक्शन लगाने के बाद ही अशोक की मौत हो गई थी। विवाद से बचने के लिए डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। बेटे ने बताया कि उनको हाथ में बैनुला ऐसे डाला जैसे भैंस में डाला हो, इंजेक्शन लगाने के बाद पापा बोले बेटा हड्डी में लग गई उसके बाद उनकी हालत बिगडने लगी थी।

पुजारी के बेटे का सपनाः वर्दी तो मिलेगी लेकिन बाप नहीं रहेगा

मीडिया से बात करते हुए मृतक अशोक बैरागी के बेटे सोनू बैरागी ने बताया कि वह फौज की तैयारी कर रहा था। पापा का सपना था कि वह उसे फौज की वर्दी में देखे लेकिन अब वर्दी तो मिलेगी लेकिन उसमें मुझे देखने के लिए लिए पापा नही रहे।

गांव के मंदिर राम जानकी की पूजा करते थे अशोक बैरागी

अशोक बैरागी दीगोद गांव के रामजानकी मंदिर में पूजा करते थे। अशोक बैरागी के अब अपने पीछे 6 संताने 3 बेटियां और 3 बेटे छोड़ गए हैं। अशोक बैरागी के सभी बच्चे अभी अविवाहित है। गांव के पुजारी की मौत के बाद गांव दिगौदी गांव में शोक का माहौल हैं। 
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