कीचड़ में धंस गए थे ट्रक गुरू गोविंद सिंह जी के फौज के सिपाही ने अकेले ही निकाल दिया- Shivpuri News

Bhopal Samachar
कोलारस। खबर कोलारस विधानसभा के गांव से आ रही हैं कि भटौआ गांव में सिख समाज के यात्रियों के 3 ट्रक अधिक बारिश होने के कारण कीचड़ में फंस गए थे। इन तीनो ट्को को गुरु गोविंद सिंह जी के फौज के सिपाहियों ने अकेले ही अपने सिर से धक्का मार कर निकाल दिया। यह सिपाही भी इस जत्थे के साथ यात्रा पर जा रहा था।

अमृतसर से नांदेड़ जाते वक्त रुका था जत्था

जानकारी के अनुसारए सिख समुदाय के 300 लोगों का एक जत्था ट्रक से अमृतसर से महाराष्ट्र के नांदेड़ के लिए जा रहा था। इस जत्थे में कई घोड़े और एक हाथी थी शामिल थे। जत्था कोलारस के भटौआ गांव में सिख समाज के सेवादार के यहां रुका था। जत्थे में शामिल गुरुदेव सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण उनके जत्थे में शामिल ट्रकों को कच्चे रास्ते पर खड़ा करना पड़ा था।

एकाएक हुई तेज बारिश के चलते मिट्टी कीचड़ में बन गई। जिससे कई ट्रक मिट्टी में फंस गए थे। जिन्हें निकालने के लिए जत्थे में शामिल सिख समाज के लोग प्रयास कर रहे थे। लेकिन 3 ट्रक कीचड़ में ऐसा फंसे कि वह निकल ही नहीं पा रहे थे। इसके बाद जत्थे में शामिल हाथी ने भी सहयोग किया। मिट्टी में फंसे लगभग 3 ट्रकों को उसने अपनी सूंड से धक्का देकर बाहर निकाला।

हाथी सयाना है, ऐसा करने में उसे आता है मजा

जत्थे में शामिल गुरदेव सिंह ने बताया कि ये हाथी काफी स्याना है। वह ऐसा कई बार कर चुका है। उसे ऐसा करना बहुत ही अच्छा लगता है। हाथी उनके साथ अमृतसर से आया है जो महाराष्ट्र के नांदेड़ में होने वाले दशहरा पर आयोजित मेले में शामिल होगा। हाथी कई प्रकार के करतब भी जानता है।

गुरदेव सिंह ने बताया कि उनके साथ 60 घोड़े भी शामिल हैं। जो उनके साथ नांदेड जा रहे हैं। घोड़ो और हाथी को वह लोग आज भी गुरु गोविंद सिंह जी की फौज का हिस्सा मानते हैं। यह हाथी भी गुरु जी की फौज का सिपाही है। यह हाथी इंसानों जैसा समझदार है। इससे जैसा करने को कहा जाता है वैसा ही यह हाथी करता है। इससे पहले कई बार इसने फंसी गाड़ियों में धक्का देकर बाहर निकाला है।
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