प्रशासन ने माना की नशे को बढावा दे रहे मेडिकल स्टोर संचालक, बुलाकर ली मीटिंग- Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी, शेखर यादव। शिवपुरी शहर में युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है युवा नशे की हालत में आपके कही भी दिखाएंगे,कई युवाओं की तो नशे की ओवरडोज के कारण जान भी चली गई है,शिवपुरी में कही न कही नश के ऑवर डोज के लिए मेडिकल स्टोर संचालक भी जिम्मेदार हैं। इस कारण कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने शहर के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों की एक मीटिंग मंगलवार की शाम 6 बजे कलेक्ट्रेट में ली।

कलेक्टर सभागार में एक मीटिंग रखी लगभग 50 से 60 मेडिकल स्टोर संचालक मीटिंग में उपस्थित हुए शिवपुरी कलेक्टर ने कहा शहर के युवाओं में नशे की लत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस नशे में इस्तेमाल होने वाली सामग्री शहर के मेडिकल स्टोरों पर आसानी से उपलब्ध हो रही है। जिससे आम नौजवानों की जिंदगी खराब हो रही है। कलेक्टर ने सभी मेडिकल संचालकों से सबसे पहले कहा कि आप शहर के लोगों के स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है।

आपको अगर किसी प्रकार की परेशानी है तो हमे आप अवगत करा सकते है। शहर को नशा मुक्त कराना है और इसमें आपका सहयोग आवश्यक है। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट शब्दों मे कहा कि आप में कई मेडिकल स्टोर संचालक नशे की सामग्री को बेच रहे है,कुछ मेडिकल स्टोर संचालक बिना पर्चे के ऐसी दवा युवाओं के बेच रहे है जो प्रतिबंधित हैं।

प्रशासन नशा मुक्ति शहर के लिए संकल्पित हैं,इसके लिए काम भी शुरू कर दिया है जानकारी जुटा ली गई है कि कौन सा मेडिकल स्टोर संचालक इन प्रतिबंधित दवाओं का विक्रय कर रहा है। शिवपुरी शहर आपका भी शहर है हमे मिलकर नशा मुक्त बनाना है,ऐसे युवा जो आपसे ऐसी दवा मांगते है जिनका नशे में प्रयोग किया जाता है उनकी सूचना प्रशासन को दे।

नशे के लिए मेडिकल स्टोर संचालक भी जिम्मेदार

शहर में कुछ मेडिकल स्टोर संचालक ऐसे है जो पैसो की लालच में प्रतिबंधित दवा बेच रहे हैं। जिसे हम सस्ता नशा भी कह सकते हैं। ऐविल इंजेक्शन बाईल 10 ML और एलफेराजोलम-05 नाम की नशीली दवा इन सभी दवाओं का इस्तेमाल कर शहर के युवा नशा कर रहे है। ऐविल इंजेक्शन के साथ स्मैक का एक डोज बना कर खुद ही अपने शरीर में इंजेक्ट करते है । जैसे ही यह इंजेक्शन बॉडी के अंदर जाता है। हाई डोज का नशा हो जाता है। जिससे युवा का अपना होश नही रहता है। जैसे ही इसका असर कम होता है। तो बॉडी काम करना बंद कर देती है।

पूरे शरीर में टूटन होने लगती है। फिर इस टूटने को दूर करने के लिए फिर नया डोज का इस्तेमाल किया जाता है। नशे के आदी जो ज्यादा नशा करते है। इस इंजेक्शन के डोज के साथ इेलपोराजोलम 05 नशीली दवा भी लेते है। जिससे हाई डोज का नशा हो सके। एक साथ 4 से 5 लोग एक ही सिरिंज से नशा करते है।

जिससे युवाओं एचआईवी संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। अत्यधिक नशा करने से जान भी चली जाती है। बावजूद इसके मेडिकल संचालक सस्ता नशा आसानी से युवाओं को बेच रहे है। शहर में ऐसे कई मामले सामने आये जिनमें अधिक मात्रा में नशा करने से युवाओं की जान जा चुकी है।

युवतिया भी हो रही है इसे नशें का शिकार युवाओं साथ साथ युवतियां भी इस नशे की आदी हो रही है। शहर में नशें करने वाले युवकों के साथ युवतियां भी देखी जा सकती है। जो उनके साथ ही स्मैक का नशा करती है। कुछ वर्ष पूर्व भी एक मामला सामने आया था जिसमें शिवानी नाम की युवती की मौत भी स्मैक का हाई डोज लेने के कारण हुई थी,बैराड़ में भी एक युवक की मौत नशे की मौत के हाई डोज के कारण हो चुकी है,वही कस्टम गेट रोड पर निवासरत की एक युवक की मौत का कारण भी नशे का ओवरडोज था।
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