भाजपा-कांग्रेस में चुनावी दंगल से पूर्व आपस में दंगल, कोलारस में तीसरी शक्ति का दखल- Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। नगर पालिका और नगर परिषद के लिए फार्म भरे जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं,अभी तक किसी भी प्रत्याशी ने फार्म नहीं भरे लेकिन टिकट की उम्मीद लगाए बैठे उम्मीदवारों ने फार्म खरीद लिए हैं। अभी तक भाजपा और कांग्रेस ने किसी भी वार्ड की टिकट अधिकृत घोषणा नहीं की हैं,लेकिन सूत्र बताते है कि भाजपा की 50 प्रतिशत और कांग्रेस की लगभग 90 प्रतिशत सूची फाइनल हो चुकी है।

दोनो ही दलो में टिकिट के पाने की जुगाह में आपसी कलह भी शुरू हो चुकी है,ओर धीरे धीरे यह कलह खुल कर भी सामने आने लगी हैं। भाजपा में कोलारस में विधायक महोदय ने मंत्री महोदय से पूछ लिया कि आप मेरे क्षेत्र में कैसे दखल दे रहे हैं,वहीं कांग्रेस में भी विद्रोह के स्वर फूट पड़े हैं। कांग्रेस पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष श्रवणलाल ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा पर खुलेतौर पर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जिलाध्यक्ष के गलत निर्णय पार्टी को गर्त में ले जा रहे हैं।

कोलारस विधायक और बिरथरे जिला अस्पताल में उलझे, विधायक ने कहा- मेरे क्षेत्र में क्यों

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का 65वां जन्मदिन शिवपुरी व अंचल में सेवा दिवस के रूप मनाया गया। विभिन्न स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने गरीबों को भोजन वितरण व फलों का वितरण किया तथा मंदिर पर सुंदरकांड का पाठ करवाया। जब जिला अस्पताल में भाजपा नेता फल वितरण कर रहे थे तो वीरेंद्र रघुवंशी और नरेंद्र बिरथरे आमने-सामने हो गए।

विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने नरेंद्र बिरथरे से पूछ लिया कि आपने किस दर्जे से मेरी विधानसभा में दखल दे रहे हैं। आपको किसने अधिकार दिया कि आप कार्यकर्ताओं बुलाएं और विपिन खेमरिया से पैनल बनवाएं। विधायक ने कहा कि इस तरह से मेरे विधानसभा क्षेत्र में व्यवधान पैदा न करें। इस दौरान नरेंद्र बिरथरे चुप ही रहे और ज्यादा कुछ नहीं कहा।

राजनीतिक सूत्रों की मानें तो अभी निकाय चुनाव में टिकट देने को लेकर रायशुमारी चल रही है। इस पर नरेंद्र बिरथरे ने भाजपा उपाध्यक्ष विपिन खेमरिया को निर्देश दिए कि कोलारस में रविंद्र शिवहरे के साथ बैठकर पैनल बनाएं और नामों पर चर्चा करें। यही बात विधायक को बुरी लग गई कि उनके विधानसभा क्षेत्र में उन्हें ही नजरअंदाज किया जा रहा है। नरेंद्र बिरथरे का विधानसभा क्षेत्र भी कोलारस नहीं रहा है।

विधायक का कहना था कि जब पर्यवेक्षक आएंगे तो विधायक उनके साथ जाएगा और वह पैनल बनवाएगा। टिकटों पर रायशुमारी का अधिकार मंडल अध्यक्ष और स्थानीय कार्यकर्ताओं का है। जब दोनों नेता उलझे तब करीब 30 से 40 भाजपा के नेता वहां मौके पर मौजूद थे और वे भी वरिष्ठ नेताओं को सार्वजनिक रूप से इस अंदाज में देख चकित रह गए।

कोलारस में दो धड़ों में बंटी भाजपा, पर्दे के पीछे कोई और

ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने के बाद कई कांग्रेसी भी भाजपा में आए जिसमें कोलारस के नेताओं की संख्या अधिक है। रवींद्र शिवहरे पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष रह चुके हैं और वे कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। दूसरी ओर पूर्व विधायक महेंद्र सिंह यादव भी यहां से विधायक रह चुके हैं और भाजपा में आने के बाद सक्रिय हो गए हैं। अभी से यहां विधानसभा चुनाव की तैयारी तक शुरू हो गई है। ऐसे में वर्तमान विधायक की कई बार यह लोग अनदेखी कर देते हैं। भाजपा से जुड़े सूत्रों की मानें तो कोलारस में नरेंद्र बिरथरे का दखल किसी और नेता के इशारे पर हो रहा है।

टिकट कटने से बिफरे कांग्रेस पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष,जिलाध्यक्ष पर लगाए आरोप

भाजपा के साथ रविवार को कांग्रेस में भी काफी उथलपुथल रही। पिछड़ा वर्ग के जिला अध्यक्ष श्रवणलाल धाकड़ ने अपने जिले के शीर्ष नेतृत्व पर पार्टी को गिराने के आरोप लगाए। वे टिकट न दिए जाने से नाराज हैं। श्रवण लाल ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ जनों को टिकट न देते हुए ऐसे लोगों को टिकट दिए जा रहे हैं जो अभी-अभी कांग्रेस में सदस्यता लेकर ज्वाइन किया है। हर वार्ड में एक या दो लोग हैं लेकिन क्या चल रहा है यह पता नहीं चल पा रहा है।

हमारे जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री प्रकाश शर्मा की उम्र 75-80 साल होने जा रही है। आज कांग्रेस के इस वक्त में पुराने कांग्रेसियों को दरकिनार करके उन लोगों को टिकट दिए जा रहे हैं जिनका वार्ड में कोई वजूद नहीं है। अभी टिकटों की घोषणा नहीं की गई है लेकिन उनके पास भोपाल से लिस्ट स्वीकृत होकर आ चुकी है।

कमलनाथ जी ने कहा था कि 27 प्रतिशत लोगों को आरक्षण दूंगा। मैं जिलाध्यक्ष होने के नाते टिकट मांगने का हकदार हूं, इसके बावजूद भी मैंने किसी टिकट की पैरवी नहीं की है। वार्ड नंबर 12 से स्वयं का टिकट मांगा है वह भी जिलाध्यक्ष देने से इंकार कर रहे हैं और बोलते हैं कि उनका कोई वजूद नहीं है। पर्यवेक्षक को बोला था कि मेरे पास उनका बायोडाटा नहीं आया है जबकि मैं 30 मई को ढाई बजे उनके हाथ में बायोडाटा देकर आया था। उनके साथ में उनका महामंत्री राजेश बिहारी पाठक बैठे हुए थे।

यह कहा श्रीप्रकाश शर्मा ने

इस मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा का कहना है कि उन्होंने अनारक्षित वार्ड 12 से टिकट मांगा था। जिलाध्यक्ष होने के नाते टिकट मिल जाए यह कौन सी किताब में लिखा है। जो योग्य है उसका नाम पैनल में दे दिया गया है। शहर अध्यक्ष ने दूसरे प्रत्याशी पर डिसेंट नोट लगाया है क्योंकि उसके जीतने की अधिक संभावना है।