शिवपुरी। शिवपुरी की अनमोल धरोहरो के फोटो प्रशासन पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अपने विज्ञापन सामग्री पर छाप लेता हैं। शिवपुरी शहर की अनमोल धरोहर बाणगंगा एक हैं। कुछ दिन पूर्व प्रशासन ने हेरिटेज वॉक कर इन जगहों के इतिहास को तो खूब बखान किया, लेकिन इन पर ध्यान देना अब तक शुरू नहीं किया। मानसून आने वाला हैं पर्यटन नगरी में पर्यटकों के बढ़ने की संभावना है,लेकिन प्रशासन ने अभी तक पर्यटन क्षेत्रो की साफ सफाई पर ध्यान देना शुरू नही किया है।
75 वर्षीय वृद्ध महिला ने उठाया पहला कदम
चारों ओर गंदगी से पटी पड़ी धार्मिक महत्व की जगह बाणगंगा पर अब एक वृद्ध महिला ने सफाई का जिम्मा उठाया है। धनती बाई राठौर उम्र 75 वर्ष ने बताया कि वह करीब 40 साल से बाणगंगा से जुड़ी हुई हैं। यहां गंदगी देख मन में विचार आया कि किसी से गिला शिकवा करने के बजाए खुद जगह के लिए कुछ करूं।
उन्होंने बताया कि वैसे तो बच्चे सक्षम हैं, लेकिन इसके खर्च के लिए उनसे रुपये नहीं लिए। अब खुद को मिलने वाले खर्च में से बचत कर इसकी सफाई करा रही हैं। दो दिन से यहां टैंकर से गंदा पानी निकाला जा रहा है। इसमें करीब 50 हजार रुपये का खर्च आ रहा है। धनती बाई राठौर ने बताया कि यदि बारिश के पहले यहां सफाई हो गई तो मानसून में कुंडों में अच्छा और साफ पानी भरेगा।
40 साल से जुड़ी हैं मंदिर से
धनती बाई पिछले 40 साल से बाणगंगा मंदिर से जुड़ी हैं। हर दिन वे सुबह यहीं पर स्नान करती हैं और मंदिर में पूजा करने के बाद ही अपनी दिनचर्या शुरू करती हैं। कितनी ही बारिश का मौसम हो या कड़कड़ाती सर्दी, इस दिनचर्या में चार दशकों में कोई बदलाव नहीं आया है