CMO का हठयोग: मंत्री महोदय के आदेश का भी पालन नहीं, 100 साल पुराने मेले की ज्योग्राफी बदलने की तैयारी Ex-Rey @ Lalit mudgal

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी की परंपरा सिद्धेश्वर बाणगंगा मेला लगने से पहले ही विवादों में आ गया हैंं टेंडर प्रक्रिया के कारण मेले में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस बार नगर पालिका शिवपुरी ने स्वयं मेला न लगाते हुए टेंडर कॉल किया। यह टेंडर लगभग 18 लाख रुपए में गया, लेकिन ठेकेदार अब 10 गुना किराया वसूलने का प्रयास कर रहा हैं इस कारण विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई हैं।

मेला ग्राउंड में दुकानदारों का विरोध: मुर्दाबाद के नारे

बताया जा रहा हैं कि मेला लगाने वाले ठेकेदार 8ग8 की जगह के 3500 की जगह 16 हजार रुपए मांग रहा है झूले वालो से 16 हजार की जगह 2 लाख। मेले में दुकान लगाने आए दुकानदारों ने ठेकेदार की मनमानी का विरोेध करते हुए मेला ग्राउंड परिसर में सीएमओ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन तक कर दिया था।

पहुंचे सीएमओ: कहा खाली करो अतिक्रमण नहीं चलेगा

सीएमओ शिवपुरी मेला ग्राउंड पहुंचे और दुकानदार से बातचीत की,लेकिन कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला, उल्टा दुकानदारों को ही हडकाया की आप ने अपना सामान रख मेला ग्राउंड में अतिक्रमण किया है इसलिए आप अपना सामान हटाओ नहीं तो हिटैची तैयार है। दुकानदारों का कहना था कि ठेकेदार 10 गुना से अधिक राशि वसूल रहा हैं, इस बात की सुनवाई सीएमओ ने नहीं की। सीएमओ शैलेष अवस्थी का अपना तर्क था कि मेले का ठेका हुआ है और ठेकेदार को मेला ग्राउंड खाली करके देना हैं।

राजे तक भोपाल पहुंचे दुकानदार

बताया जा रहा है कि जब स्थानीय स्तर पर दुकानदारों की सुनवाई नहीं हुई तो दुकानदार शिवपुरी विधायक और कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के पास पहुंचे और अपनी व्यथा सुनाई। दुकानदारों का कहना था कि मनमानी कर वसूली की जा रही है और सीएमओ का संरक्षण है ठेकेदार को। नगर पालिका का नियम है कि जो पिछले कई वर्षो से जहां दुकान लगा रहा है वही प्लॉट मिलेगा लेकिन ठेकेदार ने पूरे मेले का भूगोल बिगाड़ दिया हैं,राजे ने कलेक्टर शिवपुरी को इस मामले में हस्तक्षेप करने की बात फोन पर कही।

कलेक्टर के पास पहुंचे दुकानदार

कलेक्टर ने उनकी बातों को ध्यानपूर्वक धैर्य से सुना और इस बात पर सहमति व्यक्त की कि ठेकेदार द्वारा किराया मनमाने ढंग से बढ़ाया गया है। कलेक्टर ने सीएमओ को निर्देशित किया कि वह इस संबंध में ठेकेदार और दुकानदारों की बैठक 21 अप्रैल को सुनिश्चित करें और यदि कोई हल न निकले तो ठेकेदार का टेंडर निरस्त कर दें।

अब क्या:सीएमओ का हठयोग जारी

खबर लिखे जाने तक मेले के दुकानदार कलेक्ट्रेट परिसर में कलेक्टर से मिलने के लिए खडे थे मुलाकात नहीं हो सकी। दुकानदारों का कहना था कि ठेकेदार अभी भी मनमानी कर रहा हैं,पिछले कई सालो से जिस स्वरूप में मेला लग रहा था उसे बिगाड़ दिया गया है। हम पैसे लेकर घूम रहे है,लेकिन हमारी पर्चियां नहीं काटी जा रही हैं,हम जहां दुकान लगाते थे वह जगह हमें नहीं मिल रही है।

100 साल पुरानी परंपरा का स्वरूप बिगाड़ने की तैयारी

सीएमओ के हठयोग के कारण शिवपुरी के मेले की 100 साल पुरानी परंपरा का स्वरूप बिगड रहा हैं,सीएमओ इस विवाद का सुलटारा क्यो नही करना चाहते हैं,जब नगर पालिका के नियम मे है कि जो दुकानदार पिछले कई वर्षों से जिस स्थान पर दुकान लगाते हैं वही प्लाट उसे मिलेगा, सीएमओ अपने सामने ही ठेकेदार के द्वारा दुकानदारों की पर्ची क्यों नहीं कटवा रहे हैं अगर सीएमओ ऐसा करते हैं तो एक मिनिट में यह विवाद सुलझ जाएगा,अगर सीएमओ ऐसा नहीं करते तो अवश्य ही उन्हे ठेकेदार से कोई अनैतिक लाभ मिलने की उम्मीद हैं।
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