बोलते फोटो: अब इंसानों के बच्चे नहीं सूअर के बच्चे खेलते हैं इस पार्क में, ताला लगा कर कब्जा किया इस पार्क पर - Shivpuri News

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शिवपुरी। अगर किसी शहर को सुंदर बनाना है तो उसके पार्क उसमें चार चांद लगाते हैं। लेकिन शहर के सुंदर दिखने वाले पार्क में वीराना पसरा रहता है। कई पार्क ऐसे है जो कचरा घर मे बदल गए है। राघवेन्द्र नगर का लगभग 15 हजार स्केअर फुट का पार्क राघवेंद्र नगर के कॉलोनी के लोगों ने कचरा घर में बदल दिया है। इस पर कॉलोनी का एक व्यक्ति अपना अधिकार भी जताने का प्रयास करता है।

वार्ड क्रमांक 18 में स्थित राघवेन्द्र नगर के शुरू होते ही इस पार्क का निर्माण जब हुआ था जब इस वार्ड के पार्षद भाजपा नेता धैर्यवर्धन शर्मा थे,इस पार्क में बच्चों के लिए झूले,फिसलपट्टी थी और इस पार्क को हरा भरा किया गया था। इसके बाद इस पार्क में हरियाली के नाम पर लाखो रूपए फूक भी दिए हैं लेकिन वर्तमान में यह पार्क किसी वीराने जैसा लगता है। इस पार्क में एक हैंडपंप भी हैं जिसका वाटर लेवल काफी उपर हैं अगर इस हैंडपंप में मोटर डाल दी जाए तो इस पार्क के लिए पानी की उपलब्धता भी हो सकती है

अधिकार जमाता है इस पार्क की जमीन पर एक कॉलोनी वासी

बताया जाता है कि राघवेन्द्र स्थित पार्क की अगर वर्गफुट में बात करे तो लगभग 15 हजार फुट से अधिक हैं। यह पार्क राघवेन्द्र को जब काट कर बेचा गया था उसके नक्शे में यह भूमि पार्क के लिए आरक्षित की गई थी। इस भूमि का बाजार भाव की आज की बात करे तो यह लगभग 3 करोड़ से अधिक की होगी,इस पार्क पर एक कॉलोनीवासी अपना अधिकार भी जताने का प्रयास करता है,इस कारण ही इस पार्क की यह दुर्दशा है।

कचरा डंप होने से कॉलोनीवासी भी परेशान है। इसमें बच्चे नही सूअरो के बच्चे खेलते है और सबसे खास बात यह है कि इस पार्क को लायंस क्लब ने गोद लिया था और वह सिर्फ नाम की पट्टी लगाकर चले गए है। अब यह पार्क अपने आप को जिंदा रखने की अपील कर रहा है।

आंगनबाड़ी वाले पार्क को हरियाली की तलाश

वही राघवेन्द्र नगर के पास तुलसी नगर में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र वाला पार्क की चारो आरे की बाउंड्री वॉल तो सुरक्षित हैं लेकिन उसको हरियाली की तलाश है। इस पार्क में पानी की व्यवस्था है लेकिन उचित देखरेख के कारण यह पार्क हरियाली नहीं हैं। इस पार्क में पर अब नपा ध्यान दे तो यह भी जिंदा होकर सुंदर लगेगा।

इस हरे भरे पार्क पर प्राइवेट ताला

झांसी रोड पर खेड़ापति मंदिर के सामने स्थित पार्क हैं। यह डबलेब हैं इसमें हरियाली भी हैं और चारों ओर से सुरक्षित है,लेकिन इस पार्क में गेट आम पब्लिक के नही खुलते हैं सिर्फ प्राइवेट पार्क बनकर रह गया है। इस पार्क के गेट पर एक ताला लगा हुआ है और इस सरकारी सम्मति सिर्फ वहां के कुछ लोगों के लिए नशे का अड्डा बन चुका हैं इसमें कुछ लोग सिर्फ इसलिए कब्जा जताए हैं कि वे आसानी से इस पार्क में बैठकर नशा कर सके।

नपा के पास सैकड़ों माली,लेकिन पार्क की सुंदरता पर नहीं घरों में

नगर पालिका शिवपुरी में माली के नाम पर एक सैकड़ा माली हैं लेकिन उनकी ड्यूटी पार्को के नाम पर लगा रखी हैं लेकिन वह असल में नगर पालिका और सरकारी अफसरों के बंगलो को सवारने में जुटे हुए हैं। नगर पालिका को इन पार्को में माली की ड्यूटी लगानी चाहिए और इनका विवरण भी पार्को पर लिखना चाहिए कि इस पार्क पर माली के रूप में कौन सा कर्मचारी तैनात हैं संख्या कितनी हैं और इनका नंबर भी अंकित होना चाहिए।