सांसद के पत्र पर बवाल: अब सिंधिया समर्थकों ने की सांसद को प्रवक्ता पद से हटाने की मांग- Shivpuri News

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शिवपुरी। सांसद केपी यादव को सरपंच के बराबर सम्मान भी नहीं मिल रहा है इस कारण  तिलमिलाए सांसद ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक पत्र लिखकर सोशल पर वायरल कर दिया। इस पत्र में उन्होने अपनी उपेक्षा होने का रोना रोया था। इस पत्र ने बबाल मचाया उसके बाद सिंधिया समर्थक भी खुलकर अब सांसद के खिलाफ आ गए और मप्र के सीएम और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को चिट्ठी लिख डाली और सांसद को प्रवक्ता पद से हटाए जाने की मांग कर डाली।


यह लिखी सांसद ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को चिट्ठी

ग्वालियर राजघराने के महाराजा सिंधिया को चुनाव में पटकनी देने वाले गुना शिवपुरी के सांसद केपी सिंह यादव ने एक चिट्ठी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखी हैं। इस चिठ्ठी की भावना को एक लाइन में लिखे तो यह शब्द हो सकते हैं कि कार्यक्रमों की शिला पट्टिकाओं में सरपंच तक का नाम होता है परंतु सांसद का नही। उन्होंने सिंधिया समर्थक मंत्रियों पर गुटबाजी और भेदभाव करने का आरोप लगाया। यह चिट्‌ठी सार्वजनिक होने के बाद पार्टी में गुटबाजी का मामला गरमा गया है।

यादव ने कहा कि सिंधिया समर्थकों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में मेरी और भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। उन्हें कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता। प्रोटोकॉल के अनुसार उद्घाटन, लोकार्पण कार्यक्रम की शिलापट्टिका पर भी जगह नहीं दी जा रही। कई ऐसे काम होते हैं, जिन्हें उनके प्रयासों से मंजूरी मिली है।

टाइगर प्रोजेक्ट पर दहाड़ मारी थी दोनों नेताओं ने

गौरतलब है कि सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके समर्थकों को पार्टी में रुतबेदार स्थान मिला। सिंधिया को भी केंद्रीय मंत्री बनाया गया। वहीं, मोदी टीम के यादव को अपने ही क्षेत्र में संघर्ष करना पड़ रहा है। पिछले दिनों शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क में टाइगर सफारी को लेकर सिंधिया और यादव आमने-सामने आ गए थे।

पोस्टर और बैनरों से किया गायब

चिट्ठी में लिखा है कि पार्टी कार्यक्रमों के संदर्भ में पोस्टर, बैनरों को लगाते समय भी प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाता। पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को भी स्थान नहीं दिया जाता। उन्होंने लिखा कि सिंधिया समर्थक मंत्री पार्टी सिद्धांतों के विपरीत काम कर रहे हैं। उन्होंने समन्वय स्थापित करने की मांग की है।

सिंधिया के साथ भाजपा में आए रामकुमार दांगी कांग्रेस में आईटी सेल प्रभारी रहे हैं। इन्होंने खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताते हुए लिखा हैं, कि गुना शिवपुरी सांसद केपी यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश शासन के कुछ मंत्री सहित भाजपा नेताओं पर अनर्गल आरोप लगाए है,जो निराधार व गलत हैं। जबकि सच्चाई यह हैं कि केपी यादव ने क्षेत्र के विकास में आज तक कोई भी कार्य नही कराया है जनसमुदाय उनसे नाराज हैं।

सिंधिया ने राजनीतिक जीवन दांव पर लगाया

उन्होंने यह भी लिखा कि सिंधिया ने अपने राजनीतिक जीवन को दांव पर लगातार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई हैं। केपी यादव जिस प्रोटोकॉल की बात करते हैं,तो उसके  लिए कोलारस विधायक रघुवंशी से सीखना चाहिए,उन्होंने सिंधिया के भाजपा में सदस्यता ग्रहण करते ही खुद एवं उनके विधानसभा के सभी मंडल अध्यक्षों सहित पार्टी जनों ने उनका सम्मान किया।

अब सांसद केपी यादव ने साध ली चुप्पी

सिंधिया को गुना लोकसभा सीट से हराने के बाद अब आहत सांसद केपी यादव ने चुप्पी साध ली हैं। बदले समीकरण में सिंधिया भी भाजपा में हैं इसलिए पार्टी आलाकमान तक अपनी बात चिट्ठी के माध्यम से पहुुंचाने के बाद मे कुछ भी नही बोल रहे हैं। इस संबंध में उनका एक वीडियो सामने आया हैं। जिसमें उन्होंने खुद को शिक्षित जनप्रतिनिधि बताते हुए कहा कि जहां भी उपेक्षा होती हैं उसे अपनी शीर्ष नेतृत्व को बताने का दायित्व है और यह मैंने किया हैं।