शिवपुरी। मंगलवार को जनसुनवाई मे पहुंचे आदिवासी अधेड़ ने रोते हुए अपनी शिकायत मे कहा कि वह गरीब है मजदूरी कर अपने परिवार का पेट भर रहा है। उसके पास किराये के पैसे भी नही थे जिस कारण वह 100 किमी की दूरी साइकिल से तय कर कलेक्ट्रेट आया है। इतनी दूरी तय कर आए युवक की सुनवाई करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर मे कोई अधिकारी या जिम्मेदारी आज मौजूद नही थे।
जानकारी के अनुसार विशलाल आदिवासी निवासी ग्राम बादली तहसील खनियाधाना ने आज जनसुनवाई मे रोते हुए बताया कि वह ग्राम बादली का निवासी है उसके 2 बच्चे हैं जिनका पालन—पोषण वह बडी मुश्किल से मजदूरी करके कर रहा है। अधेड का कहना है कि अब उसकी उम्र हो गई है वह मजदूरी कर अपने बच्चों का पालन नही कर पा रहा है। कृपया कलेक्टर महोदय उसे खेती के लिए जमीन का पट्टा दिलाने की कृपा करें।
जनसुनवाई मे अपनी शिकायती आवेदन देने के लिए अधेड 100 किमी की दूरी तय कर कलेक्ट्रेट पहुंचा क्योंकि अधेड के पास किराए के लिए भी पैसे नही थे लेकिन कलेक्ट्रेट परिसर मे अधेड़ की समस्या सुनने वाला कोई नही था। आज कलेक्ट्रेट मे बिना पूर्व सूचना के ही जनसुनवाई बंद कर दी गई, केवल आवेदन लिए और उन्हे चलता कर दिया। जिस कारण मीलों दूर से अपनी शिकायत लेकर पहुंचे प्रार्थी परेशान नजर आए।