शिवपुरी। शिवपुरी युवक से परिवार से बिना पूछे 23 हजार रुपए खर्च कर दिए। परिवार वालों को पैसों की जरूरत पड़ी तो युवक ने घर आते वक्त पिस्टल की नोक पर दो व्यक्तियों द्वारा लूट की कहानी रच ली। काेतवाली पुलिस तीन घंटे तक भागदौड़ करती रही। बाद में बारीकी से छानबीन कर पूछताछ की तो पता चला कि युवक झूठ बोल रहा है। बाद में युवक ने पुलिस से लिखित माफी मांगी।
अर्जुन (19) पुत्र राकेश रावत निवासी ग्राम दर्रोनी ने पिता को फोन पर बताया कि शिवपुरी शहर से गांव आते वक्त अब्दुल कलाम कॉलोनी के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर उससे 23 हजार रु. लूट लिए हैं। दरअसल परिवार वालों ने 23 हजार रु. कैश लाने को कहा था।
युवक ने कहानी रची कि उसने सोमवार की सुबह बस स्टैंड स्थित एटीएम से रुपए निकाले औैर गांव आते वक्त रास्ते में घटना हो गई। पिता ने बेटे के साथ हुई घटना की सूचना काेतवाली टीआई सुनील खेमरिया काे फोन पर दी। पुलिस मौके पर पहुंची और काफी भागदौड़ की और अंत में पता चला कि लूट का मामला झूठा है।
मिनी स्टेटमेंट निकलते ही झूठ पकड़ा गया युवक ने सुबह एटीएम से अपने खाते से कैश निकालने की बात कही थी।
पुलिस सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही थी। तभी एक पुलिसकर्मी को युवक पर संदेह हुआ और तुरंत कार्ड मशीन में लगवाकर मिनी स्टेटमेंट निकालने को कहा। रसीद निकलते ही पुलिस ने ले ली और देखा कि सोमवार की सुबह खाते से पैसे नहीं निकले हैं। यहीं से झूठ पकड़ा गया।
मिनी स्टेटमेंट निकलते ही झूठ पकड़ा गया युवक ने सुबह एटीएम से अपने खाते से कैश निकालने की बात कही थी। पुलिस सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही थी। तभी एक पुलिसकर्मी को युवक पर संदेह हुआ और तुरंत कार्ड मशीन में लगवाकर मिनी स्टेटमेंट निकालने को कहा। रसीद निकलते ही पुलिस ने ले ली और देखा कि सोमवार की सुबह खाते से पैसे नहीं निकले हैं। यहीं से झूठ पकड़ा गया।