गंभीर मरीज ने छोडा अपना पलंग और अस्पताल परिसर में तड़प तड़पकर मर गया: कोई नही आया मदद को - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। लापरवाही से भरी खबर जिला अस्पताल से रही है कि जिला अस्पताल में व्यवस्थाओ के लचर होने के कारण एक मरीज की मौत जो गई। बताया गया है कि गंभीर स्थिती में झुलसे मरीज की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बिल्ली के शिकार के कारण 70 प्रतिशत झुलसा मरीज अपने पलंग से उठकर अस्पताल परिसर में आ गया और गिर पडा और वही तड़प तड़पकर उसने अपनी जान दे दी। इस डेढ घटें के घटनाक्रम ना तो वार्ड के स्टॉफ ने जानने की कोशिश की गंभीर मरीज कहां चला गया और जब वह तड़प रहा था जब भी कोई उसकी मदद के लिए आया।

जानकारी के अनुसार बुंदेल सिंह यादव उम्र 30 साल पुत्र सियाराम यादव निवासी तिजारपुर गांव तहसील पिछोर बड़ी ही विचित्र स्थिती में आग में झुलसा था। बताया गया था कि घर में बिल्ली के द्धवारा चूहे का शिकार करने की घटना में 70 प्रतिशत झुलस गया था, बिल्ली जब चूहे का शिकार कर रही थी तो वह जलती हुई चिमनी से टकरा गई और इस कारण जमली चिमनी नीचे गिर गई और सोते हुए बुंदेल सिंह यादव के बिस्तर पर गिरी।

जिससे चिमनी में भरा कैरोसिन का तेल पूरे बिस्तर पर फैल गया,चूकि गद्दा फोम का था इस कारण अचानक आग लग गई। सोते हुए बुंदेल सिंह को पता नही चला कि उसको कब आग की लपटो ने घेर लिया,जब वह चिल्लाने लगा तब परिजन आए तो किसी तरह उसकी आग को बुझाया गया।

2 दिन पूर्व बुंदेल सिंह को जिला अस्तपाल में भर्ती किया गया। चूकि अस्पताल में बर्न वार्ड नही है इस कारण उसे सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया। 2 दिन तक उसका उपचार चला। 70 प्रतिशत जले बुंदेल सिंह रविवार की दोपहर अचानक अपने पलंग से उठा और अस्पताल परिसर तक आ गया। बताया जा रहा है कि बुंदेल सिंह अचानक गिर गया और उसने तड़प तड़प कर दम तोड दिया। लगभग डेढ घंटे तक उसकी डेढ बॉडी अस्पताल परिसर में ही पड़ी रही।

बुंदेल सिंह के साथ उसका भाई रामभान सिंह आया था उसने देखा की उसका भाई पलंग पर नही हैं तो वह उसने तलाशने लगा,तभी किसी ने बताया कि उसका भाई अस्पताल परिसर में पड़ा हुआ हैं वह भागते भागते वहां पहुंचा तो उसने देखा कि उसका भाई अचेत अवस्था में जमीन पर पड़ा हैं वह स्ट्रेचर लेकर भाई को उठाकर ट्रॉमा सेंटर में पहुंचा तो डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया।

भाई बोला: रात भर जगने के कारण आंख लग गई थी

सर्जिकल वार्ड में भर्ती बंदुेल सिंह यादव को दोपहर 2 बजे तक बोतल चढ़वाई थी। रात भर जगने के कारण मेरी आंख लग गई। जब मेरी नीद खुली तो देखा भाई पलंग पर नही हैं मैं उसे तलाशने लगा जब ही किसी ने बताया कि कोई अस्पताल परिसर में कॉमपलेक्स के पास पडा है जाकर देखा तो मेरा भाई थी। किसी ने ध्यान नही दिया ओर उसकी मौत हो गई।

यह कहा सिविल सर्जन डा.राजकुमार ऋषिश्वर ने

जिला अस्पताल में बर्न यूनिट नही हैं, इस कारण मरीज को सर्जिकल वार्ड में रखा गया था। जिस मरीज की मौत हुई हैं उसे ग्वालियर रैफर कर दिया गया था, लेकिन परिजन उसे ले जाने को तैयार नही थे।
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