2 साल पहले रघुराज सिंह यादव को जिंदा फूक दिया, जांच हत्या की नही भ्रष्टाचार की होगी, पढिए क्यो - Badarwas News

Bhopal Samachar
बदरवास। अगर किसी जीवित व्यक्ति को जिंदा फूक दिया जाए तो जिंदा फूकने वाले पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए आप ऐसा ही सोच रहे होगें,लेकिन इस खबर में ऐसा नही हैं जिंदा फूकने वालो पर हत्या की जांच नही बल्कि भ्रष्टाचार की होगी। जांच भी पुलिस नही बल्कि भ्रष्टाचार से भरा हुआ जनपद कार्यालय करेगा। इस जांच में 90 प्रतिशत यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जिंदा फूकने वाले दोषी निर्दोष सिद्ध होगें। बडा ही अजीब मामला हैं,लेकिन यह सत्य हैं कि ग्राम पंचायत के कर्ताधर्ताओ ने एक जिंदा व्यक्ति को फूक कर सरकारी कागजो में मरा घोषित कर दिया।

खबर बदरवास के जनपद की ग्राम पंचायत चंदोरिया से आ रही है कि ग्राम पंचायत में जिंदा होकर निवास करने वाले रघुराज सिंह यादव उम्र 65 वर्ष बदरवास के जनपद कार्यालय में अपना कार्ड बनवाने गए। कार्ड बनवाने के लिए पूरी कागजात एकत्र कर जब रघुराज सिंह जनपद कार्यालय में उपस्थित कर्मचारी के पास पहुंचे और अपने कागजात जमा कराए तो वह झटका खा गया।

कर्मचारी ने पुन:पूरे कागजात ध्यान से पढे,अपने डाटा में चैक किए तो संभलते हुए बोला दादा जिंदा हो,सरकारी सिस्टम में तो तुम्हारी मौत 2 साल पहले 209 में हो चुकी है,रघुराज ने जब यह बात परिजनों को बताई तो उनके बेटे ने जनपद में जाकर मालूम किया, तो समग्र आईडी से लेकर अन्य दस्तावेजों में रघुराज को वर्ष 2019 में ही मृत बताकर उनके अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाले 5 तो हजार रुपए निकाले जाना दस्तावेजों दर्ज हैं।

सरंपच सकेट्री ने जिंदा ही रघुराज की अंतिम संस्कार की राशि निकाल ली

मप्र सरकार ने 2 साल पहले अंतिम सस्कार के लिए 5 हजार की सहायता राशि की योजना शुरू की थी। यह राशि ग्राम पंचायत की पंच परमेश्वर योजना की राशि में से दी जाती हैं। यह 5 हजार की राशि ग्राम पंचायत की कर्ताधर्ता तत्काल नगद देगें। बताया गया हैं कि पंच परमेश्वर के मद से 10 हजार रूपए सरपंच और सचिव नगद निकाल लेते हैं और जब किसी ग्रामीण की मौत होती है और वह सरकारी मदद लेना चाहता तो उसे सरपंच या सेकेट्री निकली हुई राशि में से तत्काल 5 हजार रूपए नगद अंत्योष्टि योजना के तहत देगें।

रघुराज का 5 हजार के लिए जिंदे में हो गया अंतिम संस्कार

ग्राम पंचायत चंदौरिया में रहने वाले 65 वर्षीय रघुराज सिंह यादव का अंतिम संस्कार जिंदे में इस कारण हो गया कि मप्र सरकार की अंत्योष्टि योजना का लाभ लिया गया हैं। इस योजना में 5 हजार रूपए रघुराज के अंतिम संस्कार के लिए निकाले गए हैं। अभी तक आपने पंचायतो में सडक गायब,खेल का मैदान गायब,तालाब गायब के भ्रष्टाचार की खबरे पडी होगी,लेकिन इस पंचायत के सरंपच का नाम शिवनंदन सिह यादव और सेकेट्री हरिचरण धाकड बताया जा रहा हैं

जब इस मामले में चंदौरिया ग्राम पंचायत के सरपंच और सेकेट्री से संपर्क करने की कोशिश की तो संपर्क नही हो सका। फिर सहायक सेकेट्री मोनू यादव से संपर्क किया गया तो मोनू यादव ने बताया कि यह सब जदपद आफिस के बाबूओ की गलती से हुआ है। हमारी ग्राम पंचायत ने राघुराज सिंह यादव के पिता भभूत सिंह की मृत्यु पर यह सहायता राशि जारी की थी,रघुराज सिंह का पंचायत ने कोई मृत्यु प्रमाण पत्र नही बनाया हैं।