शिवपुरी। अपने एक कहावत अवश्य सुनी होगी कि उल्टी गंगा बह रही हैं,लेकिन कुछ उल्टा काम हो तो इस कहावत को प्रयोग किया जाता हैं,लेकिन शिवपुरी में यह कहावत आज सिद्ध हो गई और इसका श्रेय पीएचई विभाग को जाता है।
जैया कि विदित है कि अस्पताल चौराहे पर बने सीवन के चैंबरो में पिछले 2 अगस्त से पानी निकल रहा हैं,पहले ऐसा माना जा रहा था शहर में अचानक हुई इस बारिश के कारण इस सीवर के चैंबर से पानी निकल रहा हैं।
लेकिन आज लगभग 40 दिन हो गए लेकिन पानी बंद नही हुआ। लगातार पानी निकलने के कारण सडक में गढडे और वहां काई तक जम गई ऐसा पहली बार देखा गया है कि सडक पर पानी के कारण काई जम गई हो।
पानी के लगातार निकलने के कारण लोगो को परेशानी का समाना करना पडा रहा था और पीएचई विभाग के इस सीवर प्रोजेक्ट पर सफल होने पर भी सवाल खडे हो रहे थे,पीएचई विभाग के लाख जतन करने के बाद भी सीवर से पानी निकलना बंद नही हुआ था।
लोगो का कहना था कि अभी तो इस चैंबर में घरो के सीवर के कनेक्शन नही जुडे है,उससे पहले ही यह जाम हो गए। अगर कनेक्शन और हो जाऐगें तो यह सीवर लाईन कैसे उसे झेल पाऐंगी। फिर तो सीवर के चैंबरो से मलबा और बदबूदार पानी बहेगा,कुल मिलाकर सीवर प्रोजेक्ट फैल होता दिख रहा है।
अपनी बदनामी से बचने के लिए पीएचई विभाग ने आज उल्टी गंगा बहा दी। पानी लगातार निकल रहा था ओर विभाग की बदनामी हो रही थी इस कारण सडक को खोदकर सीवर से एक पाईप नाली में जोड दिया जिससे अब पानी सडको पर न वह कर सीधे नाली में जाऐगा,जिससे विभाग की बदनामी न हो। इस नजारे को देख रहे लोग कह रहे थे कि नाली का पानी सीवर लाईन में जाते देखा था,लेकिन यहां तो उल्टी गंगा बह रही हैं सीवर का पानी नाली में जा रहा हैं।