सोशल पर वायरल हो रही है सट्टे की जोड़ियां, नही हो रही हैं कार्रवाई: क्योंकि खाकी भी खाती हैं...- Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। कहते है जोडिया उपर वाला बनाता हैं,लेकिन अंको की जोडिया मुंबई वाला भी बनाता हैं पर इसके जोडी बनाने की कला पर जोडी टूट भी जाती हैं,हम बात कर रहे हैं सट्टे की..मुंबई वाले की जोडियां बनाने के कारोबार में घरो की जोडियां टूट भी रही हैं। कई घर बर्बाद हो रहे हैं। सट्टा खेलना और खिलवाना एक अपराध हैं,ओर इस अपराध की रोकथाम के लिए पुलिस हैं,

सट्टा जैसे समाजिक अपराध शिवपुरी शहर से निकल कर छोटे छोटे गांवो में अपनी जडे जमा ली हैं,गांवो में फसले चाहे नही फलफूले लेकिन सट्टे की फसल अवश्य फलफूल रही हैं इस फसल पर किसी भी प्रकार के मौसम का असर नही हैं,बस कृपा होने चाहिए वर्दी वाले भगवान की,क्यो की इस कारोबार के खाईबाजी के कारोबार में वर्दी भी खाती हैं।

सेसई सडक कस्बे में इन दिनो सट्टा करोबार अपने चरम पर है। बढती टैक्नीलॉजी और इंटरनेट के माध्यम से सभी कारोबार संचालित हो रहे हैं। इस सट्टे कारोबार में भी टैक्नोलॉजी का प्रयोग हो रहा हैं। बताया जा रहा है कि सेसई सडक में सोशल के जरिए सटटे की लाईन ली जा रही है।

अब यह सट्टे की लाईन सोशल पर भी वायरल हो रही हैं। पिछले दिनो मीडिया ने सेसई सडक में सट्टे के कारोबार की खबरे प्रकाशित की थी। खबरो के कारण सेसई सडक में सट्टा का कारोबार शिथिल हो गया था,लेकिन वर्तमान समय में फिर खबरे आ रही हैं कि सेसई सडक में सट्टे का कारोबार फिर अपने चरम पर पहुंच गया हैं।

बताया जा रहा है कि सेसई सडक में 2 सट्टे की सरगना है इनके नाम सार्वजनिक हैं,एक पुरी महाराज हैं और एक जोशी जाी हैं। मीडिया ने नाम कई प्रकार प्रकाशन भी किए है,लेकिन खाकी ने कोई कार्यवाही नही की। सेसई में एक के नब्बे के कारोबार सटटे के कारण लोग लालच में अपनी जेब की कमाई लुटा रहे हैं। ऑनलाइन होने वाले इस सट्टे का लेनदेन ऑफलाईन ही किया जा रहा हैं।

नाम न छापने के शर्त पर एक ग्रामीण ने बताया की इनके व्हाटसऐप के नंबर सेसई के नाम आसपास के गांवो तक में फैले हुए हैं,इस कारण सेसइ के आसपास के गांव भी इस बुराई से जकड गए है।

कहते हैं जोडिया बनना उपर वाले का खेल हैं,लेकिन 90 के चक्कर के खेल में जोडिया बनाना मुबंई वाले का खेल है,अगर जोडी बनाती हैं तो लोग दारू के ठेको की ओर दौडते हैं,अगर जोडी नही बनती है तो घर के बर्तन तक बिकवा देती हैं। ग्रामीणा क्षेत्रो में मजदूर स्तर का आदमी अपनी किस्मत चमकाने के फेर में सट्टे की ओर अधिक आकृषित हैं। उसके लिए जोडी बनना और टूटना दोनो ही घातक हैं।

इनका कहना हैं
सेसई में मैने अभी कार्रवाई तो करवाई,मैने वीट प्रभारी को भी वहां से बदल दिया हैं फिर भी आप बता रहे हो तो कर्रवाई करवाता हूं।
संजय मिश्रा,टीआई,कोलारस
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