नर कंकाल से मिला आधार कार्ड वाला व्यक्ति जिंदा निकला, मृतक चोरी के मामले में थे फरार - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। जिले क भौंती थाना क्षेत्र के अंतर्गत मिले 2 नर कंकालो के मामले में जैसे-जैसे समय गुजरता जा रहा हैं नई-नई जानकारी सामने आ रही है। मृतक चोरी के मामले में फरार चल रहे थे। वही मिले नर कंकाल से मिला आधार कार्ड पर नर कंकाल का आधार जानने का प्रयास पुलिस ने किया तो आधार कार्ड धारी जिंदा निकला,लेकिन यही से इन नर कंकालो की पहचान की शुरूवात हुई,अगर यह आधार कार्ड नही मिलता तो मृतको की शिनाख्त मुश्किल हो सकती थी।

जैसा कि विदित हैं बुधवार की दोपहर भौती थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले

परेवा दांत दर्शनीय स्थल के पास स्थित जंगल में नदी किनारे दो कंकाल मिलने की पुलिस को सूचना प्राप्त हुई। पुलिस का इन नर कंकाल से एक आधार कार्ड सहित कपडे और कुछ समान भी मिला।

आधार कार्ड वाला व्यक्ति निकला जिंदा

नक कंकाल के पास मिला आधार कार्ड पर धनीराम परिहार निवासी घोसीपुरा शिवपुरी लिखा हुआ था। पुलिस को लगा कि इनमें से एक कंकाल धनीराम को हो सकता हैं,लेकिन जब फिजीकल थाना पुलिस ने धनीराम की पडताल की तो वह जिंदा ही फिजीकल थाने आ पहुंचा।

जब पुलिस ने पूछा कि तुम्हारा आधार कार्ड एक कंकाल के पास मिला हैं तो धनीराम ने बताया कि उसका आधार कार्ड और मोबाइल उसके रिश्तेदार सुखवीर परिहार जबरन अपने पास रख लिया था। पुलिस ने इस कडी को जोडते हुए मृतको की पहचान धनीराम के मामा का बेटा सुखवीर उम्र 18 वर्ष पुत्र अजब सिंह परिहार निवासी ग्राम लोटना वही दूसरे कंकाल की पहचान मृतक सुखवीर के मामा राजन उम्र 26 साल पुत्र मोतीलाल परिहार निवासी नादिया नयाखेडा थाना भौंती के रूप में हुई।

पुलिस के अनुसार जो दोनों शव मिले हैं, उनकी शिनाख्त तो हुई है, लेकिन अभी यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है कि यह शव राजन और सुखबीर के ही हैं। शवों को जानवरों ने पूरी तरह से खा लिया है। एक शव पूरा कंकाल में बदल गया है तो वहीं दूसरे शव के आधे हिस्से को जंगली जानवरों ने खा लिया है।

पिछले 17 दिनों से लापता है मांमा भांजे

फॉरेंसिक के विशेषज्ञों के अनुसार शव आठ से 12 दिन पुराने हो सकते हैं। इस घटना से कई सवाल भी खड़े हो गए हैं क्योंकि जिन मामा-भांजे के रूप में शवों की पहचान की जा रही है वे पिछले 17 दिनों से लापता हैं। 17 दिन हो जाने के बाद भी दोनों के स्वजनों ने थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। स्वजन इस डर से पुलिस के पास नहीं जा रहे थे कि पुलिस पहले से ही इन लोगों को चोरी के मामले में ढूंढ रही है।

उन्हें लगा कि यह किसी के यहां पर फरारी काट रहे होंगे। पुलिस इस मामले में हत्या के एंगल से जांच कर रही है। मौके की स्थिति के अनुसार प्रथम दृष्टया मामला भी हत्या का लग रहा है। संभवतः किसी ने हत्या कर उनके शव नदी किनारे फेंके होंगे और जंगली जानवरों ने खाकर उनका यह हाल कर दिया।

हत्या के इर्द-गिर्द शुरू हुई पुलिस की जांच

एसपी राजेश सिंह चंदेल का कहना है कि मामला हत्या का लग रहा है और पुलिस इसी के आधार पर अपनी जांच शुरू कर रही है। दोनों ही चोरी मामले में संदिग्ध होने के कारण पिछले कई दिनों से छिप रहे थे। यह लोग कुछ समय दतिया में भी रहे और अपने घरवालों से फोन पर बात करते रहे।

तीन जुलाई के बाद से इनकी घर पर किसी से बात नहीं हुई। जिस जगह पर शव मिले हैं वहां पास में ही देव स्थल भी है। गांव यहां से थोड़ी दूरी पर है। उनके पास से एक आधार कार्ड भी मिला था जो शिवपुरी कमलागंज निवासी का था। वह उनका रिश्तेदार है। पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है।

सात से 12 दिन में जानवरों ने खाया, जींस वाले हिस्से को छोड़ा

एक शव को जंगली जानवरों ने पूरी तरह से खा लिया है। जबकि दूसरे शव का कमर के नीचे का हिस्सा नहीं खाया है। जिला एफएसएल प्रभारी डॉ. एचएस बरहादिया ने कहा कि 7 से 12 दिन में जंगली जानवर शव को खा लेते हैं जिसके बाद सिर्फ कंकाल बचता है।

इनका भी कंकाल ही बचा हुआ है इसलिए अभी यह नहीं कह सकते हैं कि इन पर किसी हथियार से वार किया गया हो या फिर किस तरह से मारा होगा। यह डिटेल ऑटोप्सी में स्पष्ट होगा। इनका डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा जिससे सही शिनाख्त हो सके। अभी तो सिर्फ कपड़ों के आधार पर कहा जा रहा है कि कंकाल पुरुष के हैं। जांच के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी।

सभंव:पत्थर से हत्या और नदी में बहाने का उद्देश्य

घटना स्थल को देखकर प्रतीत हो रहा हैं कि हत्यारो ने दोनो की हत्या पत्थर से कुचलकर की और फिर यह सोचकर नदी में फेंक दिया कि बारिश का मौसम हैं और तेज बारिश में नदी के तेज बहाव में दोनो बहकर चले जाऐंगें,लेकिन बारिश न होने के कारण दोनो के शव पानी में फुलकर सामने आ गए।
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