करैरा। खबर करैरा थाने से आ रही है कि बीते रोज कांग्रेस ने देश में बढती मंहगाई के खिलाफ प्रर्दशन किया था। महगाई बढ रही थी और विपक्ष गायब होता दिख रहा था। लोग पक्ष और विपक्ष दोनो का कोस रहे थे,मंहगाई के मुद्दे पर देर से सोकर उठी कांग्रेस को भरी पड गया। करैरा पुलिस ने कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के साथ 150 लोगों पर एफआइआर दर्ज कर दी है। कांग्रेस ने प्रदर्शन करने के पूर्व अनुमति नहीं ली थी।
कलेक्टर ने अभी कोरोना महामारी को देखते हुए जिले में कुछ प्रतिबंध लगा रखे हैं। इसके तहत किसी भी तरह का राजनीतिक आयोजन या भीड़ एकत्रित करना प्रतिबंधित है। इसके बाद भी कांग्रेस ने बुधवार को प्रदर्शन किया जिसमें बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। उस दौरान कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां भी उड़ीं।
इसे देखते हुए आयोजन के मुखिया युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष रूपेंद्र यादव सहित किसान कांग्रेस के मानसिंह फौजी, दीपक अहिरवार, राहुल मंडेलिया, जितेंद भार्गव व अन्य 150 लोगो के विरुद्ध पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है। सभी पर धारा 269, 270, 188 महामारी अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया हैं।
प्रदर्शन में करैरा विधायक प्रागीलाल जाटव भी शामिल हुए थे, लेकिन पुलिस ने उनका नाम एफआइआर में शामिल नहीं किया है। इसे लेकर भी चर्चाएं हो रही हैं।
पिछोर और कोलारस में भी हुआ प्रदर्शन
युवा कांग्रेस ने करैरा के साथ पिछोर और कोलारस में भी प्रदर्शन किया था, लेकिन वहां पर उन पर कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। इतना ही नहीं शिवपुरी में भी गृहमंत्री का फोटो जलाकर प्रदर्शन किया गया था। सिर्फ करैरा में ही मामला दर्ज किया गया है जबकि करैरा में विधायक ख्ुद कांग्रेस पार्टी के हैं। ऐसे में सिर्फ एक जगह कार्रवाई होने से राजनीतिक चर्चाएं भी चल उठी हैं।
इनका कहना है
विरोध करना विपक्ष का धर्म और कर्म होता है। हमने विपक्ष की भूमिका निभाई है। जनता के मुद्दों को लेकर हमारे ऊपर एफआइआर दर्ज कर शासन और प्रशासन ने हिटलरशाही दिखाई है।
- रूपेंद्र यादव, ब्लॉक अध्यक्ष युवा कांग्रेस करैरा