The Real Hero: जहां शहर के प्रमुख डॉक्टर गायब हैं, वहां युवा डॉक्टर लड रहे हैं कोरोना से, मिलिए डॉ.दीपेन्द्र दुबे से

Bhopal Samachar
शिवपुरी। कोरोना काल में धरती पर डॉक्टर भगवान का रूप लग रहे हैं,ऐसे समय में जब अपने अपने के पास खडे होने से डर रहे हैं ऐसी विषम परिस्थीतियो में डॉक्टर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा छोड कोविड 19 के मरीजो का ईलाज करके पूर्ण स्वस्थय कर अपने घरो को भेज रहे हैं।

जो कोविड 19 के मरीज जिदंगी और मौत का संघर्ष कर कोरोना को हराकर अपने घरो को लौटे है वे डॉक्टरो को दिल से धन्यवाद दे रहे हैं और वह समझ रहे है कि कैसी विषम समय में डॉक्टर ने हमे प्राण दान दिए हैंं,शहर में कुछ ऐसे डॉक्टर हैं जिन्है हम पहचानते हैं,लेकिन कोरोना वार्ड में कुछ युवा डॉक्टर ऐसे भी हैं जिन्होने इस महामारी में अपनी आगे की पढाई छोड मरीजो की जान बचाने में लग गए हैं।

ऐसे ही The Real Hero डॉ.दीपेन्द्र दुबे से हम आपका परिचय कराते हैं,डॉ.दीपेन्द्र आज जिला चिकित्सालय के ICU ward में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं एवं जवाहर कोलोनी के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र पर मेडिकल officer के पद पर पदस्थ हैं. जो अपने फ़र्ज़ के प्रति बहुत ही ईमानदार मेहनती हैं. अपनी MBBS की पढ़ाई इन्होंने GRMC ग्वालियर से की हैं।


पिछले वर्ष कोरोना काल में जयारोग्य होस्पिटल ग्वालियर में अपनी सेवाएँ दे चुके हैं,डॉ दीपेन्द्र हमेशा से ही अपने क्षेत्र में रह कर अपने समाज अपने लोगों के लिए कुछ करना चाहते थे और इस वर्ष जब उनकी पदस्थापना स्थानीय जवाहर कोलोनी UPHC में हुई तो वह उस क्षेत्र के लोकप्रिय डॉक्टरो में शुमार हैं। वह अपनी UPHC में आने वाले हर मरीज का ईलाज करते हैं,डॉ दुबे के व्यवहार ओर दवाओ से सभी मरीज स्वस्थय हो जाते हैं।

ग्राम खजूरी निवासी डॉ. दीपेन्द्र अपने समाज कल्याण के इस जज़्बे का प्रेरणा स्त्रोत अपने पिताजी स्वर्गीय श्री प्रेमनारायण दुबे को बताते है,
बचपन से ही पढ़ाई में होनहार डॉ. दीपेन्द्र जब अपनी स्कूली पढ़ाई कर रहे थे उसी समय वर्ष 2010 में उनके पिताजी का असमय देहान्त हृदयगती रुकने से हो गया था और उसी समय से इन्होंने अपना अपना एकमात्र लक्ष्य तय कर लिया था की अब चिकित्सा के क्षेत्र में ही जा कर मानव सेवा करनी हैं और लोगों की जाने बचानी हैं।


डाक्टर दीपेन्द्र जिला चिकित्सालय में अपनी सेवाओं के साथ साथ अपने आसपास के लोगों के चिकित्सकीय परामर्श के लिए भी हर समय उपलब्ध रहते हैं और यथा सम्भव मार्गदर्शन भी कर रहे हैं. whatsapp के माध्यम से कई लोगों की मदद कर रहें हैं एवं स्तिथि को समझ कर स्वयंम कोरोना पीड़ित मरीज़ों की हालत पर नज़र बनाएँ रखते हैं।

जहाँ चिकित्सा विभाग के कई पुराने नामी चहरे इस कोरोना काल में ग़ायब हैं वहीं हमारी स्थानीय चिकित्सकों की युवा पीढ़ी निकल कर सामने आ रही है। डॉ.दीपेन्द्र अपनी PG की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे लेकिन वर्तमान में देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर शुरू हो गया तो इस विषय समय को देखते हुए डॉ.दुबे ने अपनी PG परीक्षा को अगले 4 महीने तक के लिए टाल दिया गया हैं।

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