शिवपुरी। कोरोना काल में जहां देश जूझ रहा था तो वहीं डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों का उपचार कर रहे थे। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार ने संविदा के आधार पर कोरोना काल में डॉक्टरों को तैनात किया था और उनकी नियुक्ति कुछ समय के लिए की गई थी लेकिन इन कोरोना वॉरियर्स को अब न तो वेतन ही दिया जा रहा है और न ही उन्हें काम पर ही रखा जा रहा है। जिससे इनके सामने रोजगार का संकट खडा हो गया है।
जानकारी के अनुसार डॉ अनुराधा शर्मा ने कोरोना में अपनी सेवाएं दी लेकिन मार्च माह में उन्हें काम से हटा दिया गया और उनका फरवरी माह का वेतन भी नहीं दिया गया। शर्मा का कहना है कि कोरोना के दौरान उन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की सेवा की लेकिन अब सरकारी आदेशों का हवाला देकर उन्हें काम से हटा दिया गया है। ऐसे में उनका वेतन भी नहीं दिया है जिससे उनके परिवार के समक्ष आर्थिक संकट खडा हो गया है।
जानकारी के अनुसार डॉ अनुराधा शर्मा ने कोरोना में अपनी सेवाएं दी लेकिन मार्च माह में उन्हें काम से हटा दिया गया और उनका फरवरी माह का वेतन भी नहीं दिया गया। शर्मा का कहना है कि कोरोना के दौरान उन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की सेवा की लेकिन अब सरकारी आदेशों का हवाला देकर उन्हें काम से हटा दिया गया है। ऐसे में उनका वेतन भी नहीं दिया है जिससे उनके परिवार के समक्ष आर्थिक संकट खडा हो गया है।