शिवपुरी। शिवरात्रि के दिन शिव की पुरी में दिन भर शिव मंदिरो पर भीड रही,जिले में कही शिव बारात निकाली गई,वही पोहरी के केदारेश्वर धाम में मेले का आयोजन किया गया। वही शिवपुरी के देव महादेव की शोभा यात्रा निकलाी गई। जहां एक पालकी में विराजित होकर महादेव नगर भ्रमण पर निकले महादेव के पालकी पर शहर की सडको पर निकलते देख स्वयं इंद्र को जलाभिषेक करना पडा।
नीलकठेंश्वर महादेव मंदिर की समिति ने शिवरात्रि के दिन महादेव की शोभा यात्रा का आयोजन किया था। शिवलिंग को सुदंर सजाकर एक पालकी में विराजित किया। यह यात्रा धर्मशाला रोड से आर्यसमाज रोड,निचला बाजार,टेकरी और सदर बाजार से होते हुए नीलकंठेश्वर महादेव पंहुची।
इस शोभा यात्रा में शिव भक्तो को हजुम था। बैड बाजो के साथ निकाली गई महादेव की इस नगर भ्रमण यात्रा का कई स्थानो पर स्वागत हुआ। इस यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण यह रहा कि आर्यसमाज रोड पर यह यात्रा जैसे ही पहुंची तो शिवपुरी नगर के आसमान पर अचानक से बादल छा गए और मिनिट तेज बारिश हुई।
जब बारिश होने लगी तो शोभा यात्रा में चल रहे लोगो का कहना था कि महादेव के दर्शन करने और उनका जलाअभिषेक करने स्वंय इंद्र को आना पडा।
नीलकठेंश्वर महादेव मंदिर की समिति ने शिवरात्रि के दिन महादेव की शोभा यात्रा का आयोजन किया था। शिवलिंग को सुदंर सजाकर एक पालकी में विराजित किया। यह यात्रा धर्मशाला रोड से आर्यसमाज रोड,निचला बाजार,टेकरी और सदर बाजार से होते हुए नीलकंठेश्वर महादेव पंहुची।
इस शोभा यात्रा में शिव भक्तो को हजुम था। बैड बाजो के साथ निकाली गई महादेव की इस नगर भ्रमण यात्रा का कई स्थानो पर स्वागत हुआ। इस यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण यह रहा कि आर्यसमाज रोड पर यह यात्रा जैसे ही पहुंची तो शिवपुरी नगर के आसमान पर अचानक से बादल छा गए और मिनिट तेज बारिश हुई।
जब बारिश होने लगी तो शोभा यात्रा में चल रहे लोगो का कहना था कि महादेव के दर्शन करने और उनका जलाअभिषेक करने स्वंय इंद्र को आना पडा।