पीएम आवास योजना में लापरवाही पर गिरी गाज, पूर्व सीएमओ सहित दो नपाकर्मी निलंबित - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। प्रधानमंत्री आवास योजना के एक हितग्राही दामोदर प्रसाद को परेशान करना तत्कालीन सीएमओ केके पटेरिया और लिपिक दीपेंद्र भटनावर को महंगा पड़ गया। यह मामला सीधा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान तक पहुंचा। जिन्होंने मामले में तत्कालीन सीएमओ पटेरिया और लिपिक भटनावर तथा एक अन्य लिपिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। 


इसके बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। पीडित दामोदर प्रसाद ने 40 हजार रूपए की किस्त प्राप्त न होने पर सीएम हेल्प लाईन पर शिकायत की थी। जबकि निलंबन के बाद पूर्व सीएमओ केके पटेरिया जो कि वर्तमान में चंदेरी में सीएमओ हैं, उन्होंने अपने बयान में कहा कि वह निलंबित नहीं हुए हैं, उन्हें सिर्फ कमिश्रर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। लेकिन आधिकारिक सूत्र सीएमओ पटेरिया के निलंबित होने की पुष्टि करते हैं।

जानकारी के अनुसार दामोदर प्रसाद ने डेढ़ साल पहले नगर पालिका में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवदेन किया था, जिसे जांच के दौरान नगर पालिका ने पात्र हितग्राही मानते हुए उसका आवास स्वीकृत कर दिया और उसकी पहली किस्त 40 हजार रूपए जारी कर दी। लेकिन यह किस्त उसके खाते में नहीं पहुंची। 

जबकि उसकी 60 हजार और 1 लाख रूपए की किस्त उसके खाते में पहुंच चुकी थी। पहली किस्त खाते में न आने पर दामोदर प्रसाद पीएम आवास योजना के कार्यालय पर पहुंचा। जहां उसने बाबू दीपेंद्र भटनावर से जानकारी ली तो उसे बताया गया कि उसके खाते में 40 हजार रूपए की किस्त पहुंच चुकी है। लेकिन जब उन्हें बताया गया कि उनके खाते में यह राशि आई ही नहीं है तो बाबू ने उसे भगा दिया। 

इसके बाद वह तत्कालीन सीएमओ केके पटेरिया के पास पहुंचा, यहां से भी उसकी समस्या का कोई निराकरण नहीं हुआ। नगर पालिका और पीएम आवास योजना के कार्यालय के चक्कर लगा.लगाकर दामोदर प्रसाद परेशान हो गया और उसने 6 माह पूर्व सीएम हेल्प लाईन पर अपनी शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद भी नपा अधिकारियों ने उस शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। 

बताया जाता है कि सीएम हेल्प लाईन से बार.बार नपा अधिकारियों को शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया। लेकिन नपा ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान तक पहुंचा। जिन्होंने पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद मामले में तत्कालीन सीएमओ केके पटेरिया और बाबू दीपेंद्र भटनावर और एक अन्य लिपिक को दोषी मानते हुए कलेक्टर को निलंबित करने का निर्देश दिया। जिस पर दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्रवाई की गई है। 

विवाह सहायता में देरी होने पर बाबू निलंबित 
नगर पालिका शिवपुरी में विवाह सहायता की राशि न मिलने पर सीएम हेल्प लाईन पर की गई शिकायत एल.4 पर पहुंच जाने पर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने बाबू को निलंबित किया है। यह कार्रवाई वर्ष 2018 में एक महिला हितग्राही के खाते में विवाह सहायता राशि न मिलने पर की गई है। 

जबकि निलंबित हुए बाबू का कहना है कि समीक्षा बैठक में 181 पर हुई शिकायत एल.4 पर पहुंच जाने पर यह कार्रवाई कलेक्टर द्वारा की गई है। लेकिन उसका इस प्रकरण में कोई दोष नहीं है। क्योंकि 2018 में सहायता राशि स्वीकृत होने के बाद ट्रांजेक्शन फेल हो गया था। जिससे खाते में राशि नहीं पहुंच सकी। इसे लेकर उसने भोपाल स्तर तक कई बार पत्र लिखे लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और हितग्राही शिकायत का निराकरण नहीं हो सका। 

इनका कहना है. 
दामोदर प्रसाद ने मुख्यमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन किया था और उसका आवास भी स्वीकृत हो गया था और उसकी पहली किस्त एक वर्ष पूर्व उसके खाते में कम्पनी द्वारा जमा कर दिया गया था। कम्प्यूटर में भी वह राशि हितग्राही के खाते में जाना बता रही थी। लेकिन एकाउंट सेक्शन में उस राशि को ट्रांजेक्शन फैल होने के कारण रोक दिया गया था। 

जिसे लेकर कई बार हितग्राही हमारे पास आया। लेकिन हमारे कम्प्यूटर में ट्रांजेक्शन सक्सेसफुल होने की जानकारी आ रही थी। ऐसी स्थिति में मेरा कोई भी दोष नहीं थाए इसके लिए कम्पनी जिम्मेदार थी। हितग्राही के खाते में दूसरी किस्त 60 हजार रूपए और तीसरी किस्त 1 लाख रूपए भी पहुंच चुकी थी और हितग्राही को पूरा पैसा जमा किया गया था। लेकिन 40 हजार रूपए की राशि न पहुंचने पर हितग्राही ने शिकायत की और उस पर यह कार्रवाई की गई। 
दीपेंद्र भटनावर, लिपिक नगर पालिका शिवपुरी

मुझे सीएम हेल्प लाईन से कमिश्रर ने नोटिस दिया है। यह बात गलत है कि मुझे सस्पेंड किया गया है। क्योंकि वर्ष 2018 में मैं वहां सीएमओ ही नहीं था। सीएमओ का चार्ज गोविंद भागर्व पर था। मेरे खिलाफ यह षडयंत्र रचा जा रहा है कि मुझे सस्पेंड किया गया है। मैं नोटिस का जबाव दे दूंगा। 
केके पटेरिया, पूर्व सीएमओ शिवपुरी एवं सीएमओ चंदेरी
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