NEP की मान्यता बरकरार हैं, सीटें अपग्रेड होने की प्रोसेस में ऐसा हुआ हैं: डारेक्टर

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शिवपुरी। आशा समाजसेवा शिक्षा प्रसार समिति के संचालित नेप आईटीआई कॉलेज की पिछले दिनो सोशल पर एक खबर प्रकाशन होकर चर्चा में आई थी। खबर का आशय था कि नेप आईटीआई कॉलेज की बिना मान्यता के एडमिशन कर रहा हैं। और उसकी मान्यता आईटीआई के अधिकृत पोर्टल पर दिखाई नही दे रही थी।

नेप आईटीआई के प्रिसिंपल ने बताया हैं कि हमारे कॉलेज की कोई मान्यता रदद नही हुई हैं। केवल कॉलेज पोर्टल पर कॉलेज इनऐक्टिव दिखाई दे रही है,इसका अर्थ यह नही होता है कि कॉलेज की मान्यता समाप्त हो गई हैं। इनऐक्टिव दिखाई देने का कारण मान्यता रदद नही होता हैं।

प्रिसिंपल ने जानकारी देते हुए बताया कि हमार कॉलेज में 144 सीटो की क्ष्रमता हैं हमारे कॉलेज की यह सीटिंग क्षमता 2016 से हैं अब हमने और सीटे अपग्रेड करवाई हैं अर्थात सीटो की क्षमता बडवाने का आवेदन किया और यह आवेदन प्रोसिंज में आया हैं।

भारत सरकार के श्रम मंत्रालय के( ministry of skill development and entrepreneurship ) द्ववारा आईटीआई कॉलेजो को मान्यता मिलती हैं,सीटे अपग्रेड करवाने के लिए भी यही आवेदन करवाना पडता हैं,सीटे अपग्रेड करवाने के लिए पूरी फोरमल्टी पूरे कागजात देने होते हैं। श्रम मंत्रालय की टीम ने हमारे कॉलेज शिवपुरी आकर धरातल पर जांच की है।

सीटे अपडेट होने की प्रोसेज में हमारे कॉलेज आईटीआई की अधिकृत बेबसाईड एनसीव्हीटी पर इनएक्टिव र्दिख रहा हैं। जैसे ही हमारे कॉलेज की सीटे क्षमता बड जाऐगी पोर्टल पर कालेज पूर्व जैसी स्थिती एक्टिव दिखने लगेगा,और यह बहुत ही जल्द होगा।

नेप आईटीआई प्राचार्य ने सोशल मीडिया की खबरों को निराधार बताते हुए छात्रों से गुमटाह न होने की अपील की है । उनका कहना है कि संस्था का दस्तावेजी कार्य आईटीआई से संबंधित विभागों से संचालित हो रहा हैं। नेप आईटीआई डीजीईटी से पूर्णतः मान्यता प्राप्त है और डीजीईटी के मापदंडों के तहत ही संचालित की जा रही है। इस कॉलेज से डिग्री हॉल्डर सैकडो स्टूडेंट कई सरकारी पदो तक पहुंचे हैं। 

कॉलेज के डारेक्टर ने कहा कि अगर मान्यता रदद जैसा कोई मामला होता तो स्थानीय प्रशासन को श्रम मंत्रालय सूचित कर देता तो कॉलेज की आफिस ओपन नही होती। सोशल पर भाम्रक जानकारी चलाई जा रही हैं जिसका हकिकत से कोई लेना देना नही हैं।
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