करैरा। जनपद पंचायत करैरा के ग्राम पंचायत पारागढ़ में आज जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमति बती आदिवासी ने अपने सदस्यों के साथ भ्रमण कर मजदूरों को मिल रहे रोजगार की जानकारी ली। जिसमें पाया गया कि आज ऑन लाइन 100 मजदूर कार्यरत बताए गए, जिनमें मौके पर एक भी मजदूर कार्य करते नही मिले।
उक्त मजदूर ग्राम जयनगर के हथिनी नाला पर लूज वोल्डर चैक निर्माण एवं मनरेगा से लूज वोल्डर बडेरा नाले पर 50-50 मजदूर कार्य करने हेतु ऑन लाइन दर्शाया गया। परन्तु एक भी मजदूर कार्य करते नही मिले। जब ग्रामीणों से चर्चा की तो पता चला कि कार्य मशीनों से कराया जाना बताया गया।
इतना ही नहीं अपने चहेते मजदूरों के खाते में मजदूरी डाल दी जाती है। इसी तरह सीसी रोड मौके पर नही बनी व आठ लाख तेतालिस हजार पहले ही निकाल लिए। बताया जाता है कि यदि कोई पूंछ परख न हो तो पुरानी सीसी पर ही भुगतान हो जाता है। जबकि नियम यह है कि जितना काम हो उतना ही भुगतान होना चाहिए।
अध्यक्ष ने इस सम्बंध में सरपंच व इंजीनियर से पूंछ तांछ की तो वे कोई सार्थक उत्तर नही दे सके। अध्यक्ष ने सीईओ को पत्र लिखकर एजेंसी पर एवं सम्बन्धित अधिकारियों जिनकी कृपा से उक्त कार्य सम्पन्न हो रहा है, आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश दिए है। अध्यक्ष ने बताया कि जनपद पंचायत करैरा में आज 3600 मजदूर कार्यरत बताए है, जबकि कोई मजदूर को मजदूरी नही दी जा रही है।
मजदूरों के नाम से भुगतान निकाल कर मशीनों से काम कराया जाता है। अध्यक्ष ने ग्रामीण मजदूर भाइयो से अपील की है कि प्रत्येक गांव में मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है, यदि रोजगार नही दिया जा रहा है, तो शिकायत करे व मशीनों से कार्य कराए जाने की वीडियो भी बना कर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों, मीडिया को भेजे, जिससे मशीनों से काम न कराया जाकर मजदूरों को रोजगार मिल सके।
उक्त मजदूर ग्राम जयनगर के हथिनी नाला पर लूज वोल्डर चैक निर्माण एवं मनरेगा से लूज वोल्डर बडेरा नाले पर 50-50 मजदूर कार्य करने हेतु ऑन लाइन दर्शाया गया। परन्तु एक भी मजदूर कार्य करते नही मिले। जब ग्रामीणों से चर्चा की तो पता चला कि कार्य मशीनों से कराया जाना बताया गया।
इतना ही नहीं अपने चहेते मजदूरों के खाते में मजदूरी डाल दी जाती है। इसी तरह सीसी रोड मौके पर नही बनी व आठ लाख तेतालिस हजार पहले ही निकाल लिए। बताया जाता है कि यदि कोई पूंछ परख न हो तो पुरानी सीसी पर ही भुगतान हो जाता है। जबकि नियम यह है कि जितना काम हो उतना ही भुगतान होना चाहिए।
अध्यक्ष ने इस सम्बंध में सरपंच व इंजीनियर से पूंछ तांछ की तो वे कोई सार्थक उत्तर नही दे सके। अध्यक्ष ने सीईओ को पत्र लिखकर एजेंसी पर एवं सम्बन्धित अधिकारियों जिनकी कृपा से उक्त कार्य सम्पन्न हो रहा है, आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश दिए है। अध्यक्ष ने बताया कि जनपद पंचायत करैरा में आज 3600 मजदूर कार्यरत बताए है, जबकि कोई मजदूर को मजदूरी नही दी जा रही है।
मजदूरों के नाम से भुगतान निकाल कर मशीनों से काम कराया जाता है। अध्यक्ष ने ग्रामीण मजदूर भाइयो से अपील की है कि प्रत्येक गांव में मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है, यदि रोजगार नही दिया जा रहा है, तो शिकायत करे व मशीनों से कार्य कराए जाने की वीडियो भी बना कर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों, मीडिया को भेजे, जिससे मशीनों से काम न कराया जाकर मजदूरों को रोजगार मिल सके।
