अस्पताल की डायलिसिस मशीन बार-बार खराब हो जाती है या कर दी जाती है, मुद्दा ईमान का और सवाल लोगों की जान का है | Shivpuri News

Bhopal Samachar
निशि भार्गव/शिवपुरी। देश कॉरोना से युद्ध कर रहा हैं लॉकडाउन 2 भी लागू हो चुका हैं। देश में कफ्यू जैसे हालात हैं,लोग घरो में रहकर जिम्मेदारी से  अनुशासित सैनिक की तरह सोशल डिस्टैन्सिंग  का  पालन कर रहे हैं। सीधी भाषा में कहे तो यह मेडिकल कफ्यू हैं, और स्वास्थ्य विभाग के कंधो पर सबसे बडी जिम्मेदारी हैं,शिवपुरी में स्वास्थ्य विभाग से कुछ सवाल उठ रहे हैं जो की जनमानस की जान से जुडे हैं।

जिला अस्पताल में कहने को ओपीडी चालू हैंं। अपने सरकारी प्रेस नोट में सरकारी आंकडे गिनाए जा रहे हैं इस कोरोना काल में केवल फ्लू के मरीज देखें जा रहे हैं। और कोरोना से सबंधित काम काज चल रहा हैं,लेकिन अस्पताल में गयनिक का ढर्रा भी चरमरा रहा हैं।

जो महिलाए गर्भवती हैं रूटीन चैकअप कराने के लिए अस्पताल जाने से डर रही हैं अगर  एकाध जा भी रही हैं तो वहां उनकी सुनने वाला भी कोई नही हैं। बार-बार अस्पताल में डायलिसिस यूनिट खराब हो जाती हैं। अभी कुछ दिन  पूर्व ही  डायलिसिस यूनिट सही होकर शुरू हुई थी, लेकिन फिर खराब हो गयी हैं।

अब सवाल ये उठता हैं कि मशीन खराब हो जाती हैं,या  फिर खराब कर  दी जाती हैं। शिवपुरी में ऐसे कई मरिज हैं जिन्है अपनी सांसे आगे चलाने के लिए इस मशीन की जरूरत पडती हैं,अब उन्है प्राईवेट अस्पताल मे जाकर डायलिस करवाना पडता हैं।

इस कोरोना काल में काम धंधे बंद हैं। अस्पताल में यूनिट बंद हैं अब ऐसे मरीज को प्राइवेट अस्पताल जाकर डायलिसिस करवाना पड रहा हैं अब किसी पर पैसे न हो तो उसकी डायलिसिस  कैसे होगी यह बडा सवाल हैं। इस मामले में प्रबधंन का कहना हैं कि मशीन के खराब पार्टस बुलाए जा रहे हैं आते ही सही हो जाऐगी।
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