संतोष शर्मा, पोहरी। खबर जिले के पोहरी तहसील से आ रही हैं। जहां आज सुबह 8 बजे तक मंडी गेट प्रशासन ने मंडी प्रांगड के ताले नही खोले इस कारण वहां किसानो के टेक्टर ट्रॉली और बैलगाडियो के कारण जाम लग गया।
यह जाम मंडी से लेकर पुरानी अस्पताल तक ट्रैक्टरों की लंबी-लंबी कतारें और जाम के हालात बन गए जिसे व्यवस्थित करने में पुलिस के जवानों को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
यहां बताना आवश्यक होगा कि सरकार ने किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए कुछ शर्तों के आधार पर लॉक डाउन में छूट दी है, जरूरतमंद किसान अपनी फसल को ज्यादा समय तक घरों में नहीं रख सकते क्योंकि उन्हें फसल की सुरक्षा के साथ ही उनकी दैनिक आवश्यकताओं के लिए पैसों की जरूरत होती है।
इसलिए छूट की सूचना मिलते ही किसानों ने अपने ट्रैक्टर ट्रॉलीओं, बैल गाड़ियों को भरकर मंडी का रुख किया, चारों तरफ से किसान पोहरी मंडी में आना शुरू हो गए। कल पहला दिन था तब भी भारी जाम की स्थिति बनी रही और आज भी मंडी प्रशासन द्वारा गेट पर ताला डालकर किसानों को अंदर घुसने से रोका जिसके कारण फिर से जाम लग गया,इस कारण सोशल डिस्टेंस की धज्जिया उड गई।
पुलिस के जवानों को इस जाम को हटाने में काफी समय एवं मेहनत करनी पड़ी, यह मंडी प्रशासन का लापरवाही पूर्ण रवैया ही है पुलिस के जवानों के फोन करने के बाद भी काफी समय बाद मंडी का ताला खोला गया। व्यवस्थाएं बनाने की जगह अव्यवस्थाओं को पैदा करना मंडी कर्मियों के धूर्तता को सिद्ध करता है।
एकल मार्ग से मिलेगी जाम से निजात
पुलिस व प्रशासन को पोहरी में मुख्य मार्ग से होकर आने वाले समूचे ट्रैक्टरों को चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाकर मुख्य मार्ग से वो कराने से रोकना चाहिए तथा उन्हें अमरिया पुल से होते हुए आने की अनुमति दी जानी चाहिए चौराहे से लेकर मंडी च एकल मार्ग घोषित किया जाना चाहिए जहां से होकर ट्रैक्टर आ तो सकते हैं परंतु जा नहीं सकते इससे यातायात व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलेगी और स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
यह जाम मंडी से लेकर पुरानी अस्पताल तक ट्रैक्टरों की लंबी-लंबी कतारें और जाम के हालात बन गए जिसे व्यवस्थित करने में पुलिस के जवानों को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
यहां बताना आवश्यक होगा कि सरकार ने किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए कुछ शर्तों के आधार पर लॉक डाउन में छूट दी है, जरूरतमंद किसान अपनी फसल को ज्यादा समय तक घरों में नहीं रख सकते क्योंकि उन्हें फसल की सुरक्षा के साथ ही उनकी दैनिक आवश्यकताओं के लिए पैसों की जरूरत होती है।
इसलिए छूट की सूचना मिलते ही किसानों ने अपने ट्रैक्टर ट्रॉलीओं, बैल गाड़ियों को भरकर मंडी का रुख किया, चारों तरफ से किसान पोहरी मंडी में आना शुरू हो गए। कल पहला दिन था तब भी भारी जाम की स्थिति बनी रही और आज भी मंडी प्रशासन द्वारा गेट पर ताला डालकर किसानों को अंदर घुसने से रोका जिसके कारण फिर से जाम लग गया,इस कारण सोशल डिस्टेंस की धज्जिया उड गई।
पुलिस के जवानों को इस जाम को हटाने में काफी समय एवं मेहनत करनी पड़ी, यह मंडी प्रशासन का लापरवाही पूर्ण रवैया ही है पुलिस के जवानों के फोन करने के बाद भी काफी समय बाद मंडी का ताला खोला गया। व्यवस्थाएं बनाने की जगह अव्यवस्थाओं को पैदा करना मंडी कर्मियों के धूर्तता को सिद्ध करता है।
एकल मार्ग से मिलेगी जाम से निजात
पुलिस व प्रशासन को पोहरी में मुख्य मार्ग से होकर आने वाले समूचे ट्रैक्टरों को चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाकर मुख्य मार्ग से वो कराने से रोकना चाहिए तथा उन्हें अमरिया पुल से होते हुए आने की अनुमति दी जानी चाहिए चौराहे से लेकर मंडी च एकल मार्ग घोषित किया जाना चाहिए जहां से होकर ट्रैक्टर आ तो सकते हैं परंतु जा नहीं सकते इससे यातायात व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलेगी और स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
