भरोसा उठ चुका हैं शहर का सिंध जलावर्धन योजना से, कनेक्शन के लिए आगे नही आ रहे शहरवासी | Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने वाली योजना सिंध जलावर्धन योजना नपा की माने तो पूर्णता की ओर हैं। सिंध एक ऐसी योजना थी जिसके लिए जनता स्वयं सडक पर उतरी और जलक्रांति बैनर के तले आंदोलन किया गया था। यह योजना अपनी पूर्णता पर अभी भी सवाल खडे कर रही हैं। इस योजना ने अपनी पूर्णता के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया हैं।

आज से लगभग 11 वर्ष पूर्व इस योजना का श्रीगणेश किया गया था जब इसका बजट था 62 करोड। शहर की 2.5 लाख की आबाद की प्यास बुझाने वाली इस योजना अभी तक पूरे 100 करोड रूपए पी चुकी हैं,लकिन जनता की नजरो में यह अभी भी खरी नही उतरी हैं। या यू कह लो जनता को अब इस योजना पर विश्वास नही रहा हैं।

इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं कि 27 हजार नल कनेक्शन देने का एक्शन प्लान नपा ने बनाया हैं लेकिन कनेक्शन हुए हैं 42 और शहर की जनता कनेक्शन कनेक्शन लेने को आगें नहीं आ रही। यही वजह है कि 25 हजार कनेक्शनधारियों में से अभी तक महज 470 परिवारों ने ही आवेदन भरे, जबकि सिंध की टकियों ये कनेक्शन हो जाने के बाद शहर के विभित्र वार्डो में लगे टूयबवेल बंद कर दिए जाएंगे।

सिंध जलावर्धन योजना के तहत अभी गांधी कॉलोनी व कलेक्शन टंकी की डिट्रिब्यूशन लाइन की टेस्टिंग होने का दावा नगर पालिका के जिम्मेदार कर रहे हैं। 10 टकियोें में से जूडी इन दोनों टकियों के क्षेत्र में आने वाले इलाकों में नल कनेक्शन का काम तो कंपनी ने शुरू कर दिया, लेकिन आमजन इसमें रूचि नहीं ले रहा। क्योेंकि अच्छी बरसात के बाद से नगरीय क्षेत्र के ट्यूबवेलों में पर्याप्त पानी है तथा हर दिन सप्लाई हो रही है।

लेकिन मार्च के दौरान जब टूयूबलों का वाटर लेबल कम होगा, तब शहर की जनता को पानी के लिए यहां—वहां भटकना पडेगा। यही वजह है कि नगरपालिका व जिला प्रशासन यह प्रयास कर रहा है कि शहर में जल संकट शुरू में हो जांए, ताकि उन क्षेत्रों मेंब गर्मियों के दौरान गहराने वाले जलसंकट के दिनों में सिंध का पानी नलों से भिल सके।

इसके लिए वार्ड 2 में नपा सीएमओ सहित अन्य अधिकारियों ने कैप भी लगाया, लेकि कनेक्शन के इच्छुक महज 70 लोगों ही सामने आए। बडा सवाल यह है कि क्या शहरवासी भीषण जल संकट के दौरान ही चेतेगा, क्या आने वाली परेशान से बचने के लिए अभी से वे प्रयास नहीं कर सकते। नवीन कनेक्शन लेने पर 2700 रूएय का चार्ज है, जबकि पुराना कनेक्शन होने पर बकाया जमा करने के साथ ही यह कनेक्शन मिलेगा।

इस पूरे मामले में सीधे-सीधे कहे तो शहर को इस योजना पर अब भरोसा नही रहा हैं। अपने निर्धारित समय से लगभग 7 साल लेट हो चुकी इस योजना के पाईप लाईन टूटने व एनओसी से सबंधित बुरी खबरे लगातार आने के कारण इय योजना से शहर का भरोसा टूट चूका हैं। इस कारण ही कैंप लगाने के बाद भी लोग कनेक्शन लेने के लिए आगे नही आ रहे हैं।