हार्दिक गुप्ता/कोलारस। खबर जिले के कोलारस अनुविभाग से आ रही है। जहां जब से फोरेस्ट रेंजर के पद पर कृतिका शुक्ला की पोस्टिंग हुई है। तब से ही विभाग चर्चा में बना हुआ है। चाहे मामला वन थाने पर हमले का हो या फिर बसूली का हर। हर मामले में नवागत रैंजर सुर्खिया बटौरती आई है। परंतु आज जो मामला सामने आया है वह चौकाने बाला है। यहां लगातार सूचना देने के बाबजूद भी रैंजर साहिबा जंगल में अवैध कटाई को नहीं रौक पा रही है। जबकि अपने विभाग में खाना पूर्ति करने के लिए बाजार से होकर गुजर रहे ट्रेक्टर ट्रॉलीयों को पकडकर अपनी पीठ थपथपाने का प्रयास कर रही है।
जानकारी के अनुसार कोलारस विधानसभा क्षेत्र के जंगलों में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई दिन प्रतिदिन जारी है। बावजूद इसके वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी जंगल में ना जाकर कोलारस नगर में अपनी ड्यूटी बजा रहे हैं। बीती रात्रि कोलारस नगर के खटीक मोहल्ले के चौक में सिंध नदी की बजरी से भरे ट्रैक्टर पर रेंजर कृतिका शुक्ला ने अपने अमले के साथ मिलकर पकड लिया।
यहां बता दे कि जिले के कोलारस क्षेत्र में जबसे रैंजर कृतिका शुक्ला ने चार्ज संभाला है। यहां माफिया सक्रिय हो गए है। फोरेस्ट रैंज के ग्राम गोरा टीला में वन विभाग के अधिकारीयों ने फोरेस्ट के माफियाओं को खुली छूट दे रखी है। जिसके चलते जंगलों की अंधाधुंध कटाई जारी है। अगर इसी रेंज क्षेत्र की बात रहें तो यहां लगभग 500 बीघा फोरेस्ट की जमींन पर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। परंतु इन माफियाओं पर कार्यवाही की बजाए उक्त रेंजर मैन मार्केट में से ट्रेक्टर को पकडकर उसपर कार्यवाही कर रही है।
इसके साथ ही कोलारस फोरेस्ट एरिए की सीमा से प्रतिदिन सैकड़ो ट्रॉली प्रतिदिन भसूआ रेत वन विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर निकाली जाती है एवं पाठखों खदान से अवैध रूप से उत्खनन लगातार जारी है। जिन पर कार्यवाही न करना वन विभाग के अधिकारियों की मंशा पर सवालिया निशान खड़े करता है साथ ही धड़ल्ले से अधिकारियों से सांठगांठ कर जंगलों को काटा जा रहा है।
ग्रामीणों की माने तो उनका कहना है कि अवैध कटाई एवं उत्खनन वन विभाग के अधिकारियों से मिलजुल कर कराया जा रहा है अगर कोई ट्रैक्टर पकड़ा भी जाता है तो ले देकर मामला दफा दफा कर दिया जाता है।
यहां बता दे कि किसी ट्रैक्टर पर चालानी कार्यवाही की जाती है तो उसे जल्द से जल्द छुड़ाने के लिए फोरेस्ट विभाग के अधिकारीयों के पास फाईल भेजी जाती है। उसके बाद इस मामले को सुलझाने के एवज में अधिकारी 10 हजार की राशि भेंट के रूप में चढाते है। उसके बाद ही यहां ट्रेक्टर पर जल्द चालान हो पाता है।
रेंजर बोली 7 कि.मी. पीछा करने के बाद पकड़ा ट्रैक्टर
बजरी के ट्रैक्टर को कोलारस नगर के खटीक मोहल्ले से पकड़े जाने के संबंध में जब रेंजर कृतिका शुक्ला से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि यह ट्रैक्टर बैरसिया बीट के राजस्व एवं वन विभाग की भूमि से उत्खनन करके ले जा रहे थें। जिसे सूचना के आधार पर पीछा करते हुए कोलारस नगर में पकड़कर उसकी चालानी कार्रवाई की जा रही है जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह टैक्टर मोहल्ले में दोपहर से ही खड़ा हुआ हैं रात को वन विभाग के अधिकारी आए और ड्राइवर से जबरदस्ती चाबी छीनकर ट्रैक्टर को अपने साथ ले गए।