भारी भरकम हथियारो से खिलौने जैसे खेल रही हैं इस CIAT की ट्रैनिंग में महिला कमांडो video

Bhopal Samachar
शिवपुरी। अब देश की सीमाओ की सुरक्षा महिलाए भी पुुरूषो के साथ कंधे-कंधे से कंधा मिलाकर खडी हैं। सीमाओ पर पैनी नजर और किसी भी घातक स्थिती से सामना करने और दुश्मन को चंद सैंकडो पर धूल चटाने के लिए कडी ट्रेनिंग से महिलाओ को गुजरना पडता है। और जीता जागता नजारा दिखा सीआईएटी 'इंसरजेंसी एंड टेररिज्म स्कूल' में कमांडो ट्रेनिंग ले महिलाओं को देखकर, जिन्होंने सात सप्ताह तक हर तरह की कठिन ट्रेनिंग ली।

इसमें उन्होने दुश्मनो कों पल भर में ही धूल चटाने के गुण सीखे। सीआईएटी में अभी तक 232 महिलाएं कमांडो ट्रेनिग ले कर देश के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा में तैनात हैं।देश के विभिन्न हिस्सों से कमांडों ट्रेनिंग लेने आई 14 महिलाओं ने इतनी कठिन ट्रेंनिंग ली,की देख कर किसी के भी रोंगटे खडें हो सकते हैं।

लगभग 50 फीट की उचाई से कमांडों चिल्लाते हुए जम्प की तो चंद सेकंड में ही वे उंचाई से नीचे आ गई और फिर बिलकुल स्टैंड पोजीशन में अगले स्टेप के लिए तैयार हो गई। कटीले तारों के नीचे से हथियार साथ में लेकर कोहनी के बल चलते हुए तेज रफ्तार में उसे पार करने के बाद अगले स्टैप के लिए तैयार हो गई। इस बार ट्रेनिंग में 14 महिलाएं शामिल हुई, जबकि इससे पुर्व 100 महिलाओं की कंपनी ने एक साथ कमंडो ट्रेनिंग इस स्कूल से ली।

आधुनिक हथियारों में भी निपुण

सीआईटी में कमांडों ट्रेनिंग ले रही महिलाओं ने यहां केवल फिजीकल टेस्ट ही बल्कि  आधुनिक हथियारो को चलाने एवं उन्है लोड-अनलोड करने की भी ट्रेनिग ली। एलएमजी एके-45, इनसास, लाइट मशीन गन, रॉकेट लॉचर जैसे भारी भरकम हथियारों को कंधे पर लेकर वह तुरंत पोजीशन में आकर दुशमन को नेस्तनाबूत करने को तैयार हो गई।

इन हथियारों को सिर्फ चलाने की नहीं ब्लकि उन्हें अलग-अलग पार्टस में उन्हों उसे पुन: जोडने की ट्रेनिग भी दी गई। फिजीकल फिटनेस के अलावा हथियारों में दक्ष हो चुकी इन महिला कमांडो से जब बात की तो उन्होंने कहा की अब देश की सेवा के लिए भी क्षेत्र में दुशमन को पूरी तरह से तबाह करने के लिए तैयार हैं।

रस्सी के सहारे तय की लंबी दूरी 

महिला कमांडो की ट्रेनिंग के दौरान महिलाओं ने रस्सीओं के सहारे हवा में रहते हुए लंबी दूरी तय करके भी दिखाया। यह ट्रेनिंग उन परिस्थितियों में काम आती है। जब नीचे नाला या नहीं का बहाव अथवा गहरी खाई को पार करना हों, सीआईऐटी कैंपस जब इन रस्सीयों के पास महिला कमांडों पहुची तो देखते ही देखते उन्होनें पोजीशन बनाई और चंद मिनट में ही उन्होंने हवा में ही लंबी दूरी तय कर ली।