शिवपुरी। परमपूज्य दादा गुरूदेव जिन कुशल सूरिजी महाराज के 687वें स्वर्गारोहण दिवस के उपलक्ष्य में और स्व. घीसूलाल जी-श्रीमति लीला बाई, प्रकाशचंद्र एवं संकेश कास्टया की स्मृति में कास्टया परिवार ने पाश्र्वनाथ जैन मंदिर में दो दिवसीय धार्मिक और भक्तिरस से परिपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए। जिसमें इंदौर से पधारे प्रसिद्ध भजन गायक मोहित बौथरा और इंदौर से पधारी कु. लिवांशी सुराना ने सुमधुर भजन गायन कर उपस्थित धर्मप्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया और श्वेताम्बर पाश्र्वनाथ जैन मंदिर में भक्तिरस की गंगा बहा दी।
दो दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का शुभारंभ 22 फरवरी को शाम साढ़े 7 बजे भजन संध्या से हुआ। जिसमें भजन गायक मोहित बौथरा और गायिका कु. लिवांशी सुराना ने भगवान पाश्र्वनाथ और दादा गुरूदेव की भक्ति से सरोवार ऐसे-ऐसे मनमोहक और भावूक भजन प्रस्तुत किए कि दर्शकों में से अधिकांश मोहित होकर नाचने लगे। वहीं तालियों की गडग़ड़ाहट से पूरा माहौल गूंज उठा।
भजन संध्या में बड़ी संख्या में महिला पुरूष और बच्चे उपस्थित थे तथा देर रात्रि डेढ़ बजे तक मंदिर में भक्ति रस की गंगा प्रवाहित होती रही। 23 फरवरी को नवकारसी के पश्चात प्रात: साढ़े 7 बजे से पाश्र्वनाथ जैन मंदिर में स्नात्र पूजन हुआ और साढ़े 9 बजे से दादा गुरूदेव की बड़ी पूजा प्रारंभ हुई।
जिसमें दोनों भजन गायकों मोहित बौथरा और कु. लिवांशी सुराना ने कमान संभाली और पूजा के साथ-साथ सुमधुर भजन का गायन भी किया। स्नात्र पूजा का समापन दोपहर ढ़ाई बजे हुआ और इसके पश्चात साधार्मिक वात्सल्य के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कास्टया परिवार की ओर से ज्ञानचंद्र, त्रिलोक और प्रदीप कास्टया ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समस्त श्वेताम्बर जैन समाज सहित सभी महानुभावों का हार्दिक आभार ज्ञापित किया है।
