शिवपुरी। खबर शिक्षा विभाग से आ रहे हैं कि जिले में हुए छात्रवृति घोटाले में एक निजी स्कूल के डारेक्टर और इस घोटाले में स्कूल के डारेक्टर का साथ देने के मामले में रिटायर्ड प्रिंसिपल पर जिला शिक्षा अधिकारी ने पुलिसिया कार्रवाई के आदेश कर दिए हैं।
जाकनरी के अनुसार पिछले वर्ष शिकायतकर्ता आशुतोष भार्गव,ब्रजेन्द्र शर्मा और साजिद खान ने पं.नेहरू स्कूल आदर्श उच्चर माध्यमिक विदयाल शिवपुरी के संचालक एल.के.अवस्थी के खिलाफ छात्रवृति घोटाले की शिकायत कीं। शिकायत कर्ताओं द्वारा शिकायती आवेदन में जिन 32 अधेड आयु के व्यक्तिओं द्वारा म.प्र. शासन स्कूल शिक्षा विभाग से वर्ष 2016—17 की छात्रवृति फर्जी तरीके से प्राप्त की गई हैं।
इस मामले की जांच शा.क.उ.मा.विदयालय सदर बाजार के प्राचार्य एन के जैन को सौंपी गई जांच अधिकारी ने समस्त दास्तावेजो का अवलोकन कर जांच अधिकारी ने पाया कि छात्रवृत्ति तत्कालीन संकुल प्रचार्य शा.क.उ.मा.वि कोर्ट रोड कैलाश चौधरी द्वारा स्वीकृत कर भुगतान के पूर्व सत्यापन हेतु एल.के.अवस्थी डारेक्टर, अशा.पं.नेहरू आदर्श उ.मा.वि शिवपुरी को कम्प्यूटर जनरेटेर शीट उपलब्ध कराई गई। उसमें संचालक द्वारा निम्न टीप अंकित कर 37 छात्रों को एस.टी 3.3 पोस्ट मेट्रिक की सूची जिसमें से 27 नामों को सत्यापित किया गया।
समस्त खातों की जांच की गई हैं,जो सही है। इस प्रकार शिकायतकर्ताओं द्वारा जिन 32 नामों का उल्लेख किया गया है। उनका प्रमाणीकरण संचालक द्वारा दोनों शीट पर उपयोक्त टीप अंकित करते हुए अपने हस्ताक्षर एवं विद्यलय की सील लगाकर प्रमाणिक किया है।
जांच में पता चला है कि संचालक छात्रों का प्रवेश नहीं देने का उल्लेख किया गया। जबकि जबाव में संचालक द्वारा छात्रों को प्रवेश नहीं संचालक के कथन लिये गया। जबकि अभिलेखी साक्ष्यों में उनके द्वारा स्वंय के हस्ताक्षर से छात्रों के बैंक खातों में सुधार करने का प्रमाणीकरण यह सिद्ध करता है कि उन्हें उक्त 32 छात्रों के संबंध में जानकारी थी।
वर्तमान संकुल प्राचार्य शा.उ.मा.वि.क. कोर्ट रोड शिवपुरी द्वारा अपने कथन में यह बताया गया कि तत्समय की छात्रवृत्ति का भुगतान कैलाश चोधरी तत्कालीन प्राचार्य वर्तमान में सेवानिवृत्त द्वारा किया गया है।
जांच में अधिकरियों ने पाया कि इन 32 छात्रों के राशि 130770 रूपये शासन द्वारा निर्धारित दरों के आधार पर भुगतान की गई एवं जिन छात्रों के नाम दिया गया है उनके नाम विद्यालय में दर्ज ही नहीं थें।
ऐसे शासकीय निधि का दुरूपयोग किया गया हैं। इस स्कूल में जिन बच्चो को छात्रवृति जारी की है वे धरातल पर है ही नही,उनके एंकाउट नंबर फर्जी हैं,कई बच्चो के खाते बदल दिए गए हैं।
इस जांच के बाद जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने पं.नेहरू स्कूल के संचालक एल के अवस्थी ओर इस घोटाले में उनका साथ देने वाले तत्कालीन संकुल प्रचार्य शा.क.उ.मा.वि कोट रोड कैलाश चौधरी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के आदेश किए हैं।
