शिवपुरी। शहर के मध्य गांधी पार्क के पास बना नगर पालिका का मटका पार्क नगर पालिका की उपेक्षा के चलते अपनी दुर्दशा पर आशू रो रहा है। यह पार्क जो कि नगर पालिका सीएमओ के बंगले के सामने होने के बाबजूद भी अपनी दुर्दशा पर आशु रो रहा है। इन दिनों यह पार्क लैला मजनूओं के मिलने का अड्डा बन गया है। जिसके चलते यहां अब असमाजिक तत्वों का जमाबडा लगा रहता है।
इस पार्क के बिल्कुल नजदीक मटका पार्क नगर पालिका और प्रशासन की अनदेखी के कारण उजड़ रहा है। पार्क के झूले, खिसलपट्टी आदि टूट गए हैं। पार्क में कई-कई दिनों तक सफाई नहीं होती। पेड़ पौधों में पानी नहीं दिया जाता। जिसके कारण वह सूख रहे हैं। पार्क में चारों तरफ गंदगी ही गंदगी नजर आती है और असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है।
जबकि पिछले दिनों नगर पालिका ने पार्क की दशा सुधारने के लिए लाखों रूपए खर्च किए। लेकिन इन पैसों का कोई सार्थक उपयोग नहीं किया गया और राशि का बड़ा भाग भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
जानकारी के अनुसार इस मटका पार्क को चार-पांच साल पहले लायंस क्लब ने गोद लिया था। लेकिन लायंस क्लब जब इसकी दशा को नहीं सुधार पाया तो नगर पालिका ने जनदबाव में इस पार्क को उनसे लेकर स्वयं हस्तगत कर लिया। तत्कालीन पार्षद ने वार्ड को सुधारने का संकल्प लिया। नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने पार्क में स्थित फुब्बारे के नाम पर नगर पालिका का बजट ठिकाने लगाया।
पार्क में साफ-सफाई और पेड़ पौधों को पानी देने के लिए दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई। लेकिन यह ड्यूटी महज कागजों में रही। आज स्थिति यह है कि यह पार्क पूरी तरह से उजड़ गया है। पेड़ पौधों से झड़े पत्ते पूरे पार्क में बिखरे हुए हैं। जिनकी सफाई नहीं हो रही है। पार्क में गंदे दोने पत्तल आदि पड़े रहते हैं। शाम होते ही शराबियों का यह अड्डा बन जाता है। दिनभर पार्क में असमाजिक तत्व जमा रहते हैं।