शिवपुरी। इन दिनों शहर में सर्दी अपने पूरे चरम पर है। जिसके चलते हालात यह है कि लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे है। परंतु गणतंत्र दिवस समारोह के लिए मासूम बच्चों से पीटी की प्रैक्टिस कराई जा रही है। बच्चों में देशभक्ति का भाव है लेकिन प्रशासन में देशभक्तों के प्रति कोई भाव नजर नहीं आता। हालात यह है कि खुले मैदान में घंटों ठंडी हवाओं से चूसने वाले बच्चों के लिए ना तो कोई प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था है और ना ही एंबुलेंस। यदि कोई देशभक्त बच्चा ठंड के प्रकोप से आहत हो जाए तो प्रशासन उसकी कोई मदद नहीं करेगा।
शिवपुरी में आज से गणतंत्र दिवस की पीटी परेड की प्रैक्टिस शुरू हो गई है पीटी के तैयारी शहर के पोलो ग्राउन्ड पर चल रही है। बता दें कि पीटी की प्रैक्टिस में करीब 25 से 30 स्कूलों के करीब 900 स्टूडेंट्स भाग दे रहे हैं। इनमें सरकारी और प्राइवेट स्कूल दोनों शामिल है। पीटी के कोच अब्दुल रजाक खान है। वह कहते हैं कि व्यायाम करने से शारीरिक विकास होता है परंतु शायद उन्हें नहीं मालूम की अत्यधिक ठंड के मौसम में डॉक्टर व्यायाम की सलाह नहीं देते।
स्कूलों के टीचर्स और पैरंट्स भी नहीं चाहते ऐसी सर्दी के मौसम में बच्चों को खुले मैदान में पीटी का अभ्यास करना पड़े लेकिन जिला प्रशासन का आदेश है इसलिए कोई खुलकर सामने नहीं आ पा रहा। पोलो ग्राउन्ड पर ना ही तो छात्रों के लिए पीने के पानी की कोई व्यवस्था थी और ना ही बाथरूम करने करने का कोई भी इंतजाम यहां प्रशासन द्धारा किया गया। तीज त्यौहार और महापुरुषों की जयंती के अवसर पर स्कूलों में बच्चों को टॉफिया और पेंसिल बांटने वाली समाजसेवी संस्थाएं सब कुछ चुपचाप देख रही है। उनकी सारी संवेदनाएं जिला प्रशासन के आगे सिमट कर रही है। राजनीति से क्या उम्मीद करना यहां के नेताओं का धर्म सिंधिया का समर्थन और सिंधिया का विरोध है। वह लोग इसके बाहर कुछ सोच ही नहीं पाते लेकिन एक बात तय है यदि मौसम के कारण एक भी स्कूल स्टूडेंट को नुकसान पहुंचा तो इसके लिए जिम्मेदार कलेक्टर मैडम को ठहराया जाएगा क्योंकि अपने नागरिकों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाना कलेक्टर का दायित्व है।