5 साल चिल्लाते ही रहे पार्षद, अब AGENDA FAIL तो गुपचुप PASS कराया

Bhopal Samachar

शिवपुरी। नगरपालिका पार्षद की आखिरी बैठक में 30 दिसंबर 2019 को शोर-शराबे के बीच एजेंडा निरस्त कर दिया था, लेकिन बाद में उसे गुपचुप तरीके से पास कर दिया गया नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा कि चिल्लाने वाले तो 5 साल तक चलाते ही रहे, लेकिन हमें अपना काम किया।

सीएमओ कह रहे हैं कि कुछ मुद्दे छोड़कर एजेंडा पास हो गया,जबकि नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि हमने तो लिखित विरोध किया है तथा हमारे पास वीडियोग्राफी व प्रोसिडिंग की फोटो है, जिसकी शिकायत हम कलेक्टर से करेंगे।

महत्वपूर्ण बात यह है कि एजेंडे में शामिल कुछ सप्लाई के बिंदुओं को छोड़कर पीआईसी सहित अन्य सभी मुद्दों पर पार्षदों ने घर जाकर सहमति जता दी। यानी जो पार्षद परिषद की बैठक में विरोध दर्ज करा रहे थे, वे बाद में पार्षद के घर जाकर अपने हस्ताक्षर कराए।

गौरतलब है कि परिषद की आखरी बैठक के एजेंडे में 34 बिंदुओं में पीआरसी में पास हुए कामों को स्वीकृत कराने का भी मुद्दा था। जिस का खुलेआम विरोध करते हुए अधिकांश पार्षद ने कहा था कि पीआईसी में कौन से काम किए गए, बिना उनकी जानकारी के, हम अपनी सहमति नहीं देंगे।

इतना ही नहीं नपा उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ने तो पीआईसी में शामिल कामों मैं किए गए घोटाले को उजागर करते हुए अपना लिखित में विरोध दर्ज कराया था। इसके अलावा पार्षद आकाश शर्मा सहित अन्य पार्षदों ने भी एजेंडे को पास ना करने की बात करते हुए विरोध किया था।

हालात बिगड़ते देख परिषद में एजेंडा पास किए बिना ही अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह सीएमओ केके पटेरिया एवं उपाध्यक्ष अनिल शर्मा बैठक से बाहर चले गए थे और बैठक खत्म हो गई थी क्योंकि सभी को पता भी था और दूसरे दिन मीडिया में प्रकाशित भी हुआ कि परिषद की आखिरी बैठक का एजेंडा पास नहीं हुआ। लेकिन दिन गुजरने के साथ ही परिषद में फेल एजेंडे को गुपचुप में पास कर लिया गया।

फिर बाद में कुछ बिंदुओं को छोड़कर सहमति भी बन गई है, जिसमें नगरपालिका की ऑफिस सुपरिटेंडेंट ममता राजे ने कहा कि एजेंडे में कुछ बिंदुओं को छोड़कर सहमति तो बन गई है और प्रोसीडिंग पर उन्होंने हस्ताक्षर कर दिए, लेकिन अभी अध्यक्ष के हस्ताक्षर नहीं हुए, मैंने फोन लगाकर पूछा तो बोले कि वह एक आध दिन में हस्ताक्षर कर दूंगा लेकिन अध्यक्ष के पद चले जाने के सवाल पर ममता बोली कि अब ही हो अध्यक्ष नहीं है, लेकिन हस्ताक्षर तो उनके ही होंगे।

वहीं दूसरी ओर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह का कहना है कि एजेंडे में कुछ सप्लाई के बिंदु छोड़कर शेष पूरे एजेंडा पास हो गया है, जिसमें पीआईसी के प्रस्ताव वाले बिंदु को भी सहमति मिल गई। बैठक में जिन लोगों ने विरोध किया या चिल्लाए वह तो पूरे 5 साल तक चिल्लाते ही रहे, लेकिन हमने व कुछ अन्य पार्षदों ने वार्ड में काम करवाया है जिसके बार जनता सब जानती है।
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