पहले तो प्रभारी मंत्री पर वीरेन्द्र आपदा बनकर गिरे, फिर मंत्री जी के सामने रघुवंशी ओर लढा में कंट्रोलो को लेकर जूतम-पैजार | Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। इस बार का प्रभारी मंत्री  प्रभारी मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर   का दौरा चर्चाओ में रहा हैं। कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी लगातार प्रभारी मंत्री प्रदुम्य सिंह तोमर पर लगातार शब्दो के हिसंक हमले कर रहें हैं। कभी स्टेज पर माईक छुडाकर शब्दो के प्रहार करने का मामला थमा नही था कि कल कलेक्ट्रेट में जिला योजना समिति की बैठक में मेंडिकल कॉलेज के नामाकरण को लेकर प्रभारी मंत्री और विधायक रघुवंशी के बीच तू—तू मै—मै तक हो गई यह खबर मिडिया ने प्रकाशित भी नही पाई उससे पहले प्रभारी मंत्री के सामने ही कांग्रेस के 2 नेताओ में कंट्रोलो को लेकर जूतम पैजार की नौबत आ गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्किट हाउस में कल जब प्रभारी मंत्री रात्रि में विद्युत अधिकारियों के साथ बैठक ले रहे थे तो प्रदेश कांग्रेस महामंत्री हरवीर सिंह रघुवंशी ने मंत्री  तोमर के पास जाकर कहा कि कंट्रोल के 90 फार्म मैने भरवा दिए हैं। 

इस पर नगर पंचायत अध्यक्ष रविंद्र शिवहरे ने कहा कि लीड के लिए यदि जगह निकली हैं तो इसकी जानकारी कार्यकर्ताओं को मिलना चाहिए ताकि अपने लोग लाभान्वित हो सकें इस पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा ने श्री रघुवंशी से कहा कि यदि आपके पास नई लीडें दी जाने की जानकारी थी तो आपको मुझे अवगत कराना चाहिए।

इस पर श्री रघुवंशी ने कहा कि विज्ञप्ति अखबार में निकली है और कलेक्टर ने निकाली है। आप देख लेते, लेकिन श्री लढ़ा ने कहा कि मैं नहीं देख पाया तो आपको तो बता देना चाहिए था। ताकि अपने लोगों से फार्म भरवा देते। मैं नगर अध्यक्ष हूं और विधानसभा का चुनाव भी लड़ा हूं।

इसी बात पर श्री रघुवंशी उत्तेजित हो उठे और उन्होंने कहा कि चुनाव तू लड़ा होगा और अपने परिवार के लिए, मैं क्या तेरा नौकर हूं। इसके बाद प्रभारी मंत्री के समक्ष माहौल बेहद गर्म हो गया।

जिस पर प्रभारी मंत्री तोमर ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों को अलग कमरे में ले गए और उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन यहां पर भी हरवीर रघुवंशी और सिद्धार्थ लढ़ा के बीच जमकर वाकयुद्ध हुआ। श्री रघुवंशी ने कहा मैंने ग्रामीण अध्यक्ष भरत रावत को जानकारी दे दी थी। इस पर श्री लढ़ा बोले कि मुझे भी तो जानकारी देनी चाहिए थी। कम से कम व्हाटसएप ही कर देते।

रघुवंशी बोले कि क्या तुम मुझे वेतन देते हो और मंत्री महोदय के समझाने के बाद दोनों के बीच जमकर झड़प होती रही। कमरे से बाहर निकलकर जैसे ही श्री लढ़ा आए वैसे ही उन्हें युवा नेता नीरज तोमर ने घेर लिया और उनसे कहा कि तू बहुत बड़ा आदमी हो गया है बहुत भाव बढ़ गए हैं। मंत्रीजी की गाड़ी में बैठा रहता है और अन्य वरिष्ठ लोगों को उनके साथ बैठने का मौका नहीं मिलता, तेरे कारण मेरे पिताजी को ककरवाया में गाड़ी से उतरना पड़ा।

इस पर सिद्धार्थ लढ़ा ने कहा कि मैं तो शिवपुरी में ही गाड़ी में बैठता हूं। गांव में और पोहरी में तो तुम्हारे पिताजी ही  बैठते हैं। माहौल इतना उग्र हुआ कि श्री तोमर ने बाहें चढ़ा ली और जूतम पैजार की नौबत आ गई। 

सर्किट हाउस में हुए विवाद के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा सहित अनेकों कांगे्रस नेता मौजूद थे जो चटकारे लेकर इस विवाद का आनंद उठाते देखे गए। कांग्रेस नेताओं के बीच कंट्रोलों को लेकर हुआ यह विवाद शिवपुरी के राजनैतिक हल्कों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

इनका कहना है-

कंट्रोलों के लिए ऑनलाइन आवेदन भरने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर थी और हरवीर सिंह रघुवंशी ने मुझे 29 अक्टूबर की रात को इसकी जानकारी दी थी। समयाभाव के कारण मैं अपने मंडल के कार्यकर्ताओं को लीड के फार्म भरवा नहीं सका। जहां तक मेरा मानना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को यदि ऐसी कोई जानकारी है जिससे कार्यकर्ता लाभान्वित हो सकें तो ऐसी जानकारी समय पर कार्यकर्ताओं को दी जानी चाहिए।
भरत रावत, अध्यक्ष शिवपुरी ग्रामीण कांग्रेस कमेटी

इनका कहना है-
कंट्रोल की दुकानों को लेकर मेरा जिला कांग्रेस महामंत्री हरवीर सिंह रघुवंशी से विवाद हुआ था। उन्हें शिवपुरी जिले में 90 लीडे सैंक्शन होने की जानकारी थी और उनका यह कर्तव्य था कि वह सभी संबंधितों को समय पर इसके बारे में सूचना दें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।

कोलारस नगर पंचायत अध्यक्ष रविंद्र शिवहरे को भी  इसकी जानकारी नहीं दी। जहां तक शिवपुरी ग्रामीण के ब्लॉक अध्यक्ष भरत रावत का सवाल है तो उन्होंने बताया कि श्री रघुवंशी ने उन्हें लीड की जानकारी 29 अक्टूबर की रात्रि को दी। जिसके कारण वह भी अपने कार्यकर्ताओं को लीड के ऑनलाइन आवेदन नहीं करा सके।
सिद्धार्थ लढ़ा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष

इनका कहना है-
कांग्रेस के जूनियर कार्यकर्ताओं को वरिष्ठों का सम्मान करना चाहिए। जहां तक मंत्री महोदय का सवाल है उन्हें भी कनिष्ठों की अपेक्षा वरिष्ठ कार्यकताओं का अधिक ध्यान रखना चाहिए। मंत्री महोदय को कनिष्ठ कार्यकर्ता तथा भाजपा से आए लोग घेरे रहते हैं जिससे वरिष्ठ लोगों को पर्याप्त सम्मान नहीं मिलता जो कि उचित नहीं है।
केशव सिंह तोमर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता
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