सतेन्द्र उपाध्याय/शिवपुरी। खबर जिले के खतौरा से आ रही है। जहां बीते रोज आपकी सरकार आपके द्धार कार्यक्रम में भाजपा विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी को मंच पर व्यस्तता का हबाला देकर बोलने का मौका न देने के बाद जबरन मंच पर बिना बुलाए बोलने के मामले में अब प्रभारी मंत्री की लगातार किरकिरी होने लगी है।
हालात यह हो गई कि प्रभारी मंत्री के व्यवहार को लेकर भाजपा के नेताओं ने विधायक को जमकर घेर लिया। उसके बाद खबर जो आई उसने विधायक रघुवंशी के दर्द पर मरहम का काम किया। इस मामले को लेकर विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने मंत्रीजी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास नौंटकी के लिए समय है। परंतु विधायक को सुनने के लिए पांच मिनिट का समय नहीं है।
दरअसल हुया यह कि बीते रोज खतौरा में आपकी सरकार आपके द्धार कार्यक्रम का आयोजन प्रशासन द्धारा किया गया था। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह रहे। जबकि इस कार्यक्रम में प्रशासन की और से क्षेत्रीय विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी को आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम अपने निर्धारित समय से प्रारंभ हुआ तभी आयोजकों ने मंत्री जी की व्यस्तता की बात कहकर विधायक बीरेन्द्र रघुवंशी की स्पीच को काट दिया।
प्रभारी मंत्री की स्पीच के बाद विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने माईक थाम कर प्रभारी मंत्री को भरी मंच पर ही खरी-खरी सुनाई। उसके बाद जो घटनाक्रम हुआ उसने प्रभारी मंत्रीजी की और किरकिरी कर दी। इस कार्यक्रम की समाप्ति के बाद प्रभारी मंत्री पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह यादव के घर स्वल्पआहार के लिए पहुंचे। और वहां लगभग 20 मिनिट तक काजू बादाम का नाश्ता करते रहे।
अब सबाल यह खडा होता है कि मंत्री जी का व्यस्त कार्यक्रम था। जिसमें विधायक की स्पीच सुनने का समय नहीं था। उसके बाद मंत्रीजी चाय नास्ता यहां तक की कांग्रेस जिलाध्यक्ष के घर खाना खाने का समय आसानी से निकाल सके परंतु कार्यक्रम में वह 5 मिनिट नहीं दे सके। उसके बाद प्रभारी मंत्री खतौरा से निकले और बैंक के बाहर भीड देखकर रूक गए। वहां कार से उतर कर उन्होंने पब्लिक से समस्या जानने का प्रयास किया। तभी पता चला कि बैंक में विधायक रघुवंशी बैठे है और वह पब्लिक की समस्या सुन रहे है। तो वह वहां से अलाबदी निकल गए।
इनका कहना है
मेरा उदृदेश्य किसी को नीचा दिखाने का नहीं था और न ही हम सत्ताधारी विधायक है तो यह अपेक्षा रखते। परंतु मंत्रीजी का यह व्यवहार समझ से परे था। जिसे लेकर मेने अपना दर्द बया किया। अब बात यह है कि मंत्रीजी के पास खतौरा जाते समय सेसई सडक में नाली साफ कर नौंटकी करने का समय था। कार्यक्रम के बाद पूर्व विधायक के यह काजू बादाम खाने के लिए सवा घंटे का समय था। परंतु मेरे ही क्षेत्र में मेरी पब्लिक की समस्या सुनने के लिए 5 मिनिट का समय नहीं था। इसलिए अपना दर्द मेने बयां किया। इससे पहले भी डांग पडौरा में भी कार्यक्रम हुआ था। उसमें हमें मौका दिया हमने वहां कोई आपत्ति नहीं जताई
वीरेन्द्र रघुवंशी,विधायक कोलारस।
मंत्री जी की व्यस्तता को विधायक की गलत ले गए। उनका उदृदेश्य विधायक जी की भावनाओं को ठेंस पहुंचाने का नहीं था। इससे पहले भी डांग पडौरा में यह कार्यक्रम हुआ था। वहां विधायक जी को पूरा समय दिया गया था। यहां समय का अभाव होने के चलते मंत्रीजी को जल्दी जाना था। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। कई कार्यक्रमों में मुख्यातिथि की व्यस्तता के चलते पहले भाषण हो जाते है। उसके बाद मुख्यातिथि के जाने के बाद विशिष्ठ अथितियों का उदृभोदन होता है। अब रही बात नास्ते की तो वह कार्यक्रम तो पहले से ही तय था।
हरवीर सिंह रघुवंशी,प्रदेश महासचिव,मध्यप्रदेश कांग्रेस