सतेन्द्र उपाध्याय/शिवपुरी। खबर जिले के बैराड तहसील से आ रही है। जहां लगभग 90 गांव के लोगों के लिए संजीवनी के रूप में बनाए गए सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं की हालात बद से बदतर होती जा रही है। उसके पीछे कारण है इस अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर। जो अपने कर्तव्य को भूलकर अपनी दुकान संचालित करने में जुटे हुए है। ऐसा नही है कि इनकी लापरवाही से विभाग और जनप्रतिनिधि को कोई खेर खबर नहीं है अपितु लगातार तीन बार हुए औचक निरीक्षण में चिकित्सक नदारद मिले। उसके बाबजूद भी कार्यवाही नहीं होना समझ से परे है।
इसी के चलते आज बैराड के प्रभारी तहसीलदार रामनिवास धाकड़ शनिवार को 3:45 बजे औचक निरीक्षण करने अस्पताल पहुंचे। जहां एक एएनएम को छोड़कर डॉक्टर सहित पदस्थ पूरा स्टाफ गैर हाजिर मिला। डिलीवरी रूम में केवल एक प्रसूता महिला एवं उसके परिजन मिले प्रभारी तहसीलदार धाकड ने बताया कि जब मे निरीक्षण को अस्पताल पहुंचे तब वहां पर सन्नाटा पसरा हुआ मिला।
डॉक्टर रूम, ओपीडी, स्टोर रूम जनरल वार्ड सभी बंद मिले अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर हरीश आर्य नेत्र सहायक संतोष फार्मासिस्ट विकास चंद्रवंशी राजीव जाधव वार्ड बाय महावीर सोनी, ओटी प्रभारी सुनील भार्गव अस्पताल से गायब थे । तहसीलदार ने अस्पताल परिसर जनरल एवं महिला वार्ड में गंदगी पाई तथा मरीजों को वापस जाते देखा गया बैराड़ अस्पताल की हालत पर तहसीलदार ने चिंता व्यक्त की है।
इससे पहले ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैराड का पूर्व से ही अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा में बना रहता हैं। यहां पूर्व में भी वार्डवाय द्वारा उपचार किए जाने की घटना सामने आई थी। बैराड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बीते रोज को पोहरी एसडीएम पल्लवी वैद्य ने औचक निरीक्षण किया तो वहां स्टाफ मौजूद नहीं था।
डयूटी पर न तो कोई डॉक्टर ही मौजूद था और न ही अन्य स्टाफ। जिसे लेकर एसडीएम ने नाराजगी जाहिर की। एएनएम नौशीन खान मौजूद थी जो मरीजों का उपचार करती देखी गई। उपस्वास्थ्य केंद्र से करीब 100 गांव जुडे हैं और यहां हर दिन ग्रामीण इलाज के लिए आते हैं इतना ही नहीं प्रसव से लेकर अन्य गंभीर रोगों के उपचार के लिए मरीज आए तो लेकिन डॉक्टर हरीश आर्य के मौजूद न होने के चलते उन्हें उपचार नहीं मिल सका। एसडीएम पल्लवी वैद्य ने जांच प्रतिवेदन बनाकर कार्रवाई के लिए कलेक्टर को भेजा है।
विधायक के निरीक्षण के दौरान भी नदारद मिले थे डॉक्टर व स्टाफ
कुछ माह पहले पोहरी विधायक सुरेश रांठखेडा ने भी बैराड अस्पताल का निरीक्षण किया था जिसमें डॉक्टर सहित अन्य स्टाफ नदारद मिला था जिसे लेकर विधायक ने नाराजगी जाहिर की थी और उसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी सीएमएचओ को भी दी थी लेकिन आज तक दोषी डॉक्टर सहित स्टाफ पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
एएनएम के भरोसे स्वास्थ्य सेवाएं
डॉक्टर और अन्य स्टाफ के मौजूद न रहने से जहां लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल रही हैं तो वहीं एएनएम के भरोसे पूरा स्वास्थ्य केंद्र चल रहा था। एसडीएम के निरीक्षण में एएनएम नौशीन मिली और उनके द्वारा बताया गया कि जो भी मरीज आ रहे हैं वह उनका उपचार कर रही हैं।
अब क्या कार्यवाही के लिए कलेक्टर को करना पडेगा औचक निरीक्षण
इस अस्पताल की यह विडम्बना है कि यहां एक के बाद एक विधायक,एसडीएम और तहसीलदार औचक निरीक्षण कर चुके है। उसके बाबजूद भी आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं होना डॉक्टर सहित पूरे स्टाफ के हौसलों को बढा रहा है। जिसका नतीजा यह है कि इस औचक निरीक्षण के बाद भी उक्त स्टाफ सुधरने का नाम नहीं ले रहा। अब यहां तो यह आस है कि अब कलेक्टर मैडम को स्वयं ही इस अस्पताल का निरीक्षण करना होगा। तब ही कोई कार्यवाही हो पाएगी।
इनका कहना है
आज कितने बजे निरीक्षण किया है इसकी मुझे जानकारी नहीं है, कैसे कार्यवाही नहीं करेंगे,उससे जब एसडीएम मैडम ने निरीक्षण किया था तब डॉ हरीश आर्य अनुपस्थिति मिले थे। हांलाकि वह 12 बजे के बाद आ गए थे। उसके बाबजूद भी हमने उनकी एक दिन की बेतन काट दी थी। अब आज के मामले को में दिखबा लेता हूं। आज वह हमसे अनुमति लेकर तो कही नहीं गए अब अगर अनुपस्थिति होगें तो हम कार्यवाही करेंगे।
अर्जुन लाल शर्मा,सीएमएचओ,शिवपुरी।