शिवपुरी। फिजीकल क्षेत्र में स्थित शिव शग्ति नगर कॉलोनी मे रविवार को एक पटौर में खाना बनाते समय आचानक से सिलेंडर में आग भडक गई। जिससे हडकंप मच गया। सिलेंडर भरा था लगातार उसमे लपटे उठ रही थी। फटने का डर था। तत्कला डायल 100 ओर दमकल को सूचना दी। सूचना के 1 घंटे बाद तक जब दमकल नही आई तो कालोनी के युवाओ ने अपनी सूझबूझ से इस सिलेंडर की आग पर काबू पाया।
जानकारी के मुताबिक फिजीकल टीवी टावर शांति नगर कॉलोनी में रहने वाले हुकुम कुशवाह के घर में दोपहर करीब 12 बजे उसकी मां दक्खो बाई खाना बना रही थी। अचानक पाटौर में खाना बनाते समय सिलेंडर में लीकेज होने से आग लग गई। किसी तरह से दक्खो बाई दौड़कर बाहर और आग लगने की सूचना कॉलोनी के लोगों को दी।
आग की सूचना पर कॉलोनी में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों फायर ब्रिगेड को सूचना दी। लेकिन काफी इंतजार के बाद भी दमकल मौके पर नहीं आई। जिससे लोगों ने खुद ही आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए। आग बुझने के बाद दमकल आने पर लोग खासे नाराज दिखे।
बड़ा हादसा टला, शहर में होकर भी दमकल देरी से आई : जिस सिलेंडर में आग लगी थी, वह भरा हुआ था। इसलिए लोगों को सिलेंडर फटने का डर था। यदि सिलेंडर फट जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं दमकल जब पहुंची ताे लोग आग बुझा चुके थे। सिलेंडर में आग लगने की सूचना पर डायल 100 गाड़ी तत्काल पहुंच गई थी। जबकि दमकल शहर में ही देरी से पहुंची।
रियल हीरो: युवाओं ने सूझबूझ से बुझाई आग
करीब एक घंटे तक इंतजार करने के बाद भी दमकल नहीं आई तो मजबूर होकर स्थानीय युवाओं ने साहस बटोरा। सूझबूझ से काम लेते हुए आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी। कॉलोनी में रहने वाले सत्यम नायक, सौरभ समाधिया, राकेश सिंह ने हुकुम कुशवाह के साथ मिला पहले तो आग लगे सिलेंडर पर रेत डाली और तब भी आग नही बूझी को बोरी को गीला करके सिलेंडर पर डाल दिया। जिससे आग बुझ गई। इसके बाद भी सिलेंडर फटने का डर था। इसलिए राकेश सिंह ने लोहे के सरिए की मदद से सिलेंडर को पाटौर से बाहर लेकर आए। सिलेंडर को रेत में जाकर दबा दिया।