बदरवास। खबर जिले के कोलारस विधानसभा के बदरवास थाने के अंतर्गत आने वाले एक गांव से आ रही हैं जहां एक 15 वर्षीय किशोर को कंरट लग गया।जिला अस्पताल में उसको डॉक्टरो ने मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा हैं कि मृतक के परिजन लाश को हाथो में उठाकर पैदल निजी हॉस्पिटल पुन:चैकप के लिए पहुंचे। पुलिस भी मग्र कायम करने के लिए मृतक के परिजनो को तलाशती रही,लेकिन वह नही मिले। लाश को घर ले जाने के लिए इन आदिवासी परिजनो को एम्बुलेंस नही मिली।
जानकारी के अनुसार बदरवास के गांव सेमरी राकेश (15) पुत्र लालीराम आदिवासी पिपरसमां के पास मडखेड़ी में भरतसिंह के यहां भैंसे चराने का काम करता था। ट्रैक्टर का छप्पर पकड़ते समय ऊपर से गुजरे तारों से करंट लग गया। राकेश को उसकी मां व अन्य रिश्तेदार मंगलवार की दोपहर 11.30 बजे जिला अस्पताल लेकर आए।
यहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर चौकी पर सूचना दी। चौकी पर पदस्थ अजयसिंह पहुंचे तो वहां काेई शव नहीं मिला। बाद में पता चला कि रिश्तेदार शव को हाथों में लेकर मैन गेट के बाहर आकर खड़े हो गए। ऑटो रोकने की कोशिश की, लेकिन शव देखकर किसी ने ऑटो नहीं रोका। इसके बाद छोटू मृतक राकेश के शव को हाथों में लेकर एमएम हाॅस्पिटल तक पैदल लेकर गया। यहां भी उसे मृत घोषित कर दिया।इसके बाद रिश्तेदार शव लेकर चले गए।
इस पूरे मामले में फिर अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई। परिजन लाश को उठाकर सडको पर घुमते रहे,लेकिन अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मियो ने किसी नही टोका ओर न ही सरकारी ऐम्बूलैंस की व्यवस्था करने में मदद की।
बता दें कि किसी भी आदिवासी की मौत पर जिला अस्पताल से नि:शुल्क एंबूलेंस भेजी जाती है। सिविल सर्जन डॉ पीके खरे का कहना है कि मामले की जांच कराकर जिम्मेदारों पर कार्रवाई करेंगे।