शिवपुरी। शिवपुरी जिले की बदरवास तहसील के गांव श्यामपुरा में वहां के निवासियों ने श्रम दान से जल संकट को हल करने में सफलता हासिल की है। इस गांव को देखने एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणसिंह परमार, समाजसेवी राकेश दीक्षित और प्रीति तिवारी श्यामपुरा पहुंचे। एकता परिषद के जिला संयोजक रामप्रकाश शर्मा ने बताया कि श्यामपुरा गांव में वर्ष 2017 तक पीने को पानी नहीं था।
पानी की समस्या के समाधान के लिए गांव में पचासों कुएं खोदे गए, लेकिन मार्च आते आते सभी कुएं सूख जाते थे। दो वर्ष पहले गांव के लोगों ने बताया कि यदि गांव में तालाब बन जाए तो पानी की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी। इस दिशा में योजना बनाई गई और 2017 में श्रमदान के माध्यम से तालाब बनाया गया।
बारिश आते ही पूरा तालाब पानी से लबालब भर गया। गांव वालों को तब आश्चर्य हुआ जब पिछले वर्ष गर्मी के मौसम में भी तालाब का पानी नहीं सूखा। सहरिया समुदाय के मुखिया पंचम सहरिया ने बताया कि इस वर्ष तालाब की वजह से सभी 70 परिवारों के बीच लगभग 1 हजार क्विंटल चना तथा लगभग 100 क्विंटल गेहूं की फसल हुई।
सहरिया समाज के पटेल ने बताया कि तालाब बनने से एक फायदा यह हुआ कि गांव के सभी कुओं में इस वर्ष पानी रहा। कोई भी कुआं सूखा नहीं। गांव के लोग इस वर्ष जैविक खती और सब्जी लगा रहे हैं। श्यामपुरा गांव में पोषणवाड़ी का उदघाटन किया गया। गांव वालों ने निर्णय लिया कि इस वर्ष सामूहिक पोषणवाड़ी के अलावा मछली पालन का कार्य भी किया जाएगा। श्रम दान से जल संकट की समस्या का समाधान ने गांव वालों का जीवन ही बदल दिया है।