विद्युत विभाग के मेंटेनेंस की खुली पोल: भीषण गर्मी में बारिश के नाम पर घंटों तक की कटौती, बारिश होते ही फिर गायब | SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
शिवपुरी। पूरे प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर भाजपा ने कमलनाथ सरकार को जमकर घेरा। भाजपा सहित पब्किल सोशल मीडिया पर कैम्पेन कर बिजली विभाग की पोल खोलने को उतारू हो गई थी। नतीजन मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने शक्त रूक दिखाते हुए बिजली विभाग में अधिकारीयों पर कार्यवाही की। परंतु बिजली की समस्या जस की तस रही। अब अधिकारीयों के पास इस समस्या के समाधान का उपाय था कि मानसून के चलते मेंटीनेश किया जा रहा। बकायदा इसके प्रेस नोट भी रिलीज किए। तो पब्लिक को आस जगी कि अब कुछ हद तक की परेशानी बरसात में फायदेंमद साबित होगी और लोगो को बारिस में बिजली कटौती से निजात मिलेगी। परंतु अब हालात यह हो गई कि बारिश स्टार्ट नहीं हुई और पूरे शहर की बिजली गुल।

विद्युत मंडल के अधिकारियों की लापरवाही के कारण बीती रात्रि शहर की इन्द्रा कॉलोनी सहित फिजीकल क्षेत्र में  कई घंटों रात्रि में बिजली गायब रही हैं। जिससे आम उपभोक्ता परेशान ही रहे लेकिन सवाल तो यह उठता हैं कि पूर्व में इन अधिकारियों द्वारा मेंटीनेंश के नाम पर घंटों लाईट की कटौती की थी तो फिर अब यह लाईन में फाल्ट  क्यों आ रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि कहीं न कहीं अधिकारियों की मिली भग से पूर्व में कोई भी लाईन पर विद्युत विभाग कर्मचारियों व अधिकारियों ने मेंटीनेंश नहीं किया और फर्जी कागजी दस्तावेज लगाकर लाईनों दुरूस्त करना बता दिया गया हैं।

बीती रात्रि में यदि शहर में एक नजर दौड़ाई जाए तो नवाब साहब रोड़,  विष्णु मंदिर के पीछे, इन्द्राकॉलोनी, फिजीकल कॉलोनी, गड्डा मोहल्ला इन कॉलोनियों में लगभग दो से तीन घंटे तक लाईट नहीं आई हैं। इस कारण आम उपभोक्ता को उमस और गर्मी से लोग घरों में बेहाल रहे, यदि बारिश के मौसम में लाईट नहीं आने लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। जिसकी शिकायत उपभोक्ताओं द्वारा टोल फ्री नम्बर पर भी की गई लेकिन रात्रि अधिक हो जाने के कारण कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब भी नहीं मिला और स्थानीय अधिकारी ने फोन उठाना भी उचित नहीं समझा।

बिजली कटौती से लोगों में त्राहि-त्राहि

शिवपुरी। जिले में बारिश के मासून की शुरू आत होते ही बिजली व पानी का संकट भी गहरा गया है। बिजली न मिलने से शहर से लेकर गांवों तक त्राहि-त्राहि मची है। हर बार की तरह विद्युत विभाग का वही रोना कि फाल्ट की वजह से कटौती की जा रही है। हालत यह है कि पूरी रात उपकेंद्रों की बिजली ब्रेकडाउन हो रही हैै। बुधवार की पूरी रात फिजीकल फीडर पर बिजली नहीं रही। इससे करीब 50 हजार लोग रात भर अंधेरे में रहे। पुरानी शिवपुरी फीडर का ट्रांसफार्मर खराब हो जाने के कारण आठ घंटे से अधिक लाइट प्रभावित रही। इससे 24 घंटे से अधिक समय तक शहरवासियों को पानी व बिजली की समस्या से जूझना पड़ा। दूसरी ओर ग्रामीण अंचलों में सिर्फ आठ घंटे लाइट मिल रही है।

बिजली की परंपरागत आंख मिचौनी

गर्मी के साथ ही परंपरागत तरीके से बिजली की आंख मिचौनी जारी है. इस परंपरा को बरकरार रखते हुए इस वर्ष भी बिजली की स्थिति नारकीय बनी हुई है. क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ता बताते हैं कि जब गर्मी और मानसून समाप्त होती है तो विभाग द्वारा विद्युत आपूर्ति की स्थिति में बाधा उत्पन्न नहीं हो इस दिशा में कई दिनों तक प्राय: सभी फीडरों में बिजली सेवा बाधित कर तार बदलने व अन्य उपकरणों को बदलने की जानकारी विभाग द्वारा दी जाती है। वहीं मानसून पूर्व हो या जानलेवा गर्मी, विभाग की सारी तैयारियां फ्लॉप साबित हो जाती है. पिछले महीने में हल्की या तेज वर्षा के कारण कई घंटों तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही थी. वहीं गर्मी में तो लोड बढऩे की बात समझ से ऊपर लगती है। लेकिन इतना सबकुछ के होने अब घंटों कटौंती का क्या औचित्य रह जाता हैं यह समझ से परे हैं।

विद्युत की बार-बार कटौंती से लोगों में आक्रोश है

यह समस्या शहरी इलाके में ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाके में भी बढ़ गयी है. शहर के पुरानी शिवपुरी में जवाहर कॉलोनी, इन्द्राकॉलोनी, हाउसिंग वोर्ड कॉलोनी, नवाब साहब रोड़, मनियर व विष्णु मंदिर सहित मुख्य बाजार आदि इलाकों के कई उपभोक्ता विद्युतापूर्ति की लचर व्यवस्था को लेकर आक्रोश जताने लगे हैं. उपभोक्ताओं का कहना है कि विभागीय अधिकारी उनका फोन ही रिसीव नहीं करते. जबकि  हाल ही में आए प्रभारी मंत्री ने विद्युत मंडल के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी थी।

उपभोक्ताओं की समस्या को लेकर कड़ी हिदायत देते हुए कहा है कि उपभोक्ताओं की शिकायत का समाधान प्राथमिकता के साथ करें. उसके बावजूद अधिकारियों एवं कर्मचारियों कह आदत में सुधार नहीं है। बिजली-कट से लोगों का आक्रोश साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी दो-दो दिन बिजली गोल होना आम बात हो गई हैं जबकि पूर्व के शासन काल में शहर जैसी व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में थी यहां 24 घंटे बाली बिजली की सप्लाई होती थी। इससे अब ग्रामीण लोग भी शिवराज सरकार की याद कर रहे हैं।
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