आवास योजना बनी हितग्राहियों के लिए सपना, नगर परिषद से गायब 600 फाईल, अपात्र लाभांवित | SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
नरवर। इस दिनों पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार अपने पूरे चरम पर है। जिसके चलते सरकारी अधिकारी कर्मचारी जमकर लोगों को चूना लगा रहे है। इसका शिकार अब प्रधानमंत्री आवास योजना पूरी तरह भ्रष्टाचार की शिकार हो गई है। आवंटन से लेकर वितरण तक प्रधानों, ग्राम पंचायत सचिव और अधिकारियों की मिलीभगत से अपात्रों को आवास दिया गया 

जबकि पात्र आज भी भटक रहे हैं। वहीं नरवर क्षेत्र में लगभग 597 कुटीरे स्वीकृत हुई थी जिनको यहां कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों की ने गड़बड़ी कर अपात्रों को कुटीर योजना का लाभ दिला दिया जबकि पात्र हितग्राहियों को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका। वहीं स्वीकृत कुटीरों की दूसरी किश्त खाते में डाला जाना है, लेकिन ऑफिस से कुटीरों की आधे से ज्यादा फाइलें गायब हो चुकी हैं। अब अधिकारी-कर्मचारी मामले की लीपापोती करने में लगे हुए हैं।

जिले में वर्ष 2016-17 में इंदिरा आवास योजना के स्थान पर प्रधानमंत्री आवास योजना की शुुरुआत की गई। जिले में इस व्यवस्था को अधिकारियों और कर्मचारियों ने तार-तारकर दिया। प्रावधान था कि सेक डाटा से संबंधित गांवों के लाभार्थियों की सूची को संबंधित ब्लाक के बीडीओ की लॉगिन से भेजा जाएगा। इसके बाद, इस सूची का सत्यापन ग्रामसभा की खुली बैठक में कराते हुए पात्रों का चयन किया जाएगा।

सूची को गांव के पंचायत भवन आदि पर चस्पा भी किया जाएगा ताकि चयन में किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर लाभार्थी शिकायत कर सकें लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से इस व्यवस्था के विपरीत कार्य किया गया। अधिकांश गांवों में तो खुली बैठक तक नहीं कराई गई और सचिव, प्रधान, एडीओ, बीडीओ की मिलीभगत से मनमानी तरीके से लाभार्थियों का चयन कर लिया गया। इतना ही नहीं, मनचाहे लाभार्थियों के चयन के लिए कर्मचारियों ने ऊपर के क्रम पर अंकित पात्रों को हटाने के लिए या तो गांव में नहीं रहते या फिर अज्ञात लिखकर खेल कर दिया।

प्रधानमंत्री आवास योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया इससे नरवर नगर के गरीब लोग प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए दर-दर भटक रहे हैं। नगर में गरीब हितग्राही इस योजना के लिए चक्कर लगा-लगाकर थक चुके हैं नरवर में डेढ वर्ष से कोई भी जनप्रतिनिधि अध्यक्ष नहीं है। पूर्व में नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा 597 कुटीरे स्वीकृत की गई जिसमें 218 कुटीरे पूर्ण बताई गई, जो बन चुकी है और हितग्राहियो ने पैसा निकाल लिया है। जबकि हकीकत में कई कुटीरे तो बनी ही नहीं हैं। कुछ बनी हैं वो दूसरी मंजिल पर हैं। अपात्रों के खाते में पैसे डाले गए हैं। नरवर में कई दबंग लोगों ने सरकारी जमीनों पर बिना कागजात के अतिक्रमण कर कुटीरें बना दी गई हैं।

कहीं एक मंजिल मकान वाले हितग्राही तो कहीं पहले से मकान वाले हितग्राही

प्रधानमंत्री आवास योजना का पात्र हितग्राहियों को तो लाभ ही नहीं मिला है। लोगों का कहना है कि आवास योजना में कुछ हितग्राही तो ऐसे हैं जिनके पाए एक मंजिल मकान है लेकिन योजना का लाभ लेकर उन्होंने उस पर दूसरा माला भी तान दिया है तो कई ऐसे हितग्राही हैं जिनके पास पहले से मकान हैं और उन्होंने योजना का लाभ ले लिया है।

गरीबों के लिए तो बस सपना बनकर रह गया

जिन हितग्राहियों की फाइलें खो गई हैं वह आज भी नगर परिषद कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं और उनका कहना है कि उन्होंने अपने आशियाने का सपना देखा था लेकिन अब यह सपना सपना बनकर ही रह गया है। उनका कहना है कि वह कई सालों से चक्कर काट रहे हैं लेकिन यह तक नहीं बताया जा रहा है कि उनकी फाइलें ही खो दी गई हैं।

नरवर के रहने वाले दौलतराम कोली, बसंती कोली, देवेंद्र कुशवाह ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री आवास कुटीर योजना के लिए फार्म भरे थे। लेकिन उन्हें कुटीर नहीं मिली। उन्होंने बताया कि यहां पदस्थ कर्मचारी कुटीर स्वीकृत कराने के नाम पर रुप्ए की मांग करते हैं। नहीं देने पर कुटीर स्वीकृत नहीं करवाई जाती। हम पिछले कई महीनों से परेशान हो रहे हैं। हमारी कोई सुनने वाला नहीं है।

597 कुटीरों में से आधी से ज्यादा फाइलें गायब

नगर पंचायत सीएमओ ने बताया कि 597 कुटीरों में से आधी से ज्यादा फाईल ही नहीं है। हमारे पास पैसा रखा है लेकिन पूर्व में फाईल ही नहीं बनाई गई है और इनमें आधे से ज्यादा अपात्र लोगों की कुटीरे मंजूर हुई है। मामले से एसडीएम करैरा को अवगत करा दिया है। उन्होंने सभी कुटीरों की जांच कराए जाने की बात कही है और कहा है कि जो अपात्र है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

डेढ साल में नगर परिषद में हितग्राही पीएम आवास योजना के लिए कम से कम 800 फॉर्म और आवेदन कर चुके है परंतु उप चुनाव एवं विधानसभा चुनाव एवं लोकसभा चुनाव के चलते हितग्राहियो को नगर परिषद द्वारा गुमराह किया जा रहा है ।फिर जब हितग्राहियों ने आवास की राशि की मांग की तो नगर परिषद के सीएमओ द्वारा पैसे डालने में आनाकानी की जा रही है।

इनका कहना है
मैं अभी नॉमिनेट होकर के आया हूं। 12 तारीख को चार्ज लूंगा। आपने मुझे बताया में 12 तारीख को ही इन फाइलो को दिखवाउंगा अगर अपात्र लोगों को कुटीरे दी गई हैं तो इनकी जांच करवाउंगा और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और कुटीरों को निरस्त किया जाएगा।
सगीर खान, नगर परिषद अध्यक्ष।

पूर्व नगर परिष्द अध्यक्ष द्वारा कई अपात्र एवं अमीरों, अपने चहेतों को गलत तरीके से कुटीरे दी गई है इनकी जांच होना चाहिए जिससे सही पात्र लोगों को इस प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल सके।
कमलसिंह कुशवाह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता।
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