शिवपुरी। पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) द्वारा राजगढ़, सतना और सीहोर जिले के 20-20 गाँव को क्लाइमेट स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से किसानों को जलवायु परिवर्तन के अनुसार खेती-किसानी में मदद पहुँचाने की अभिनव पहल की जा रही है। यह योजना अपनी तरह की देश की पहली योजना है।
क्लाइमेट स्मार्ट विलेज योजना के माध्यम से चयनित गाँवों में किसानों को खेत-तालाब बनाने के लिये अनुदान दिया जा रहा है। बाढ़ एवं सूखा की स्थिति में सहनशील किस्मों के बीज वितरित किये जा रहे हैं। साथ ही, खेत की मिट्टी का वैज्ञानिक, तकनीकी विश्लेषण कर उसके आधार पर उर्वरकों के संतुलित उपयोग के संबंध में समझाइश दी जा रही है। सौर सिंचाई पम्पों के उपयोग के लिये प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। किसानों को इस बात के लिये सजग किया जा रहा है कि फसल के अवशेष को खेतों में न जलायें।
इस योजना के तहत शिवपुरी के 20 गांव भी जुड़ने चाहिए। शिवपुरी के किसान भी मौसम की मार से आत्महत्याएं कर रहे हैं। यहां भी हाहाकार मचा हुआ है। शिवपुरी के किसानों को भी खेती-किसानी में मदद की जरूरत है। शिवपुरी के पास मध्यप्रदेश की सबसे प्रभावशाली विधायक हैं। क्लाइमेट स्मार्ट विलेज योजना पर हमारा हक बनता है। जब दुनिया आगे बढ़ रही है तो हम पीछे क्यों रहें। लोग क्या कहेंगे, यशोधरा राजे की विधानसभा पिछड़ गई है।