कोलारस। शिक्षा का व्यवसाईकरण पूरी तरह चरम पर है। सरकार भले ही कितने वादे कर रही हो परंतु इन दिनों मध्यप्रदेश में शिक्षा व्यवसाय के आए मंत्री से लेकर सभी छोटे नेता नतमस्तक है। जिसके चलते हालात यह हो गई है कि पूरे जिले में कुकुरमुत्तों की तरह लोगों ने कोचिंग सेंटर सहित स्कूल खोलकर बैठ कगए है। जिसके चलते मासूम और भोलेभाले छात्रों को उक्त कोचिंग संचालक लूट रहे है। अपनी परीक्षाओं में फैल होने बाले छात्रों के पास जब कोई काम नहीं बचता तो वह कोचिंग खोलकर बच्चो का भविश्य चौपट कर रहे है। अब ऐसे शिक्षकों से क्या उम्मीद लगाई जा सकती हैै जो खुद असफल हो गए हो और छात्रों को सफलता की गारंटी देते हो।
कोलारस नगर में जहां देखो वहां इस वर्ष भी कोचिंग सेंटर प्रतिदिन खुलते जा रहे हैं कहीं कोटा तो कहीं ग्वालियर यहां तक कि इंदौर का नाम देकर यहां पर कोचिंग सेंटरों को किराए की दुकानों मकानों में खोल कर बेरोजगार युवकों को अपनी ओर आकर्षित किया जा रहा है और मनचाही फीस लेकर बेरोजगार युवकों को प्रतिवर्ष लूटा जा रहा है कोलारस में शिवपुरी ग्वालियर तक के कुछ लोगों द्वारा कोचिंग सेंटर खोलकर व्यवसाय किया जा रहा है कोचिंग सेंटर खोलने वाले संचालकों द्वारा रंग-बिरंगे पंपलेट बैनर छपवा कर बेरोजगार युवकों को जमकर लूटा जा रहा है अनाप-शनाप फीस लेकर बेरोजगार युवकों को नौकरी की तैयारी कराने के नाम पर खुलेआम लूटा जा रहा है जबकि इन कोचिंग सेंटर ओ का नातो रजिस्ट्रेशन है और ना ही यह पता है कि किस ने यहां पर कोचिंग सेंटर खोला है बस एक किराए की दुकान या मकान लेकर कोचिंग सेंटरों का संचालन कोलारस नगर में किया जा रहा है ।
कोचिंग सेंटर चलाने वाले संचालकों की ना तो योगिता का पता है और ना ही अनुभव का इसके बावजूद भी कोलारस नगर में धड़ल्ले से कोचिंग सेंटरों का संचालन जारी है शिक्षा विभाग या प्रशासनिक अधिकारी अचानक आकर इन कोचिंग सेंटरों पर छापामार कार्यवाही करें तो ना तो इन पर परमिशन मिलेगी और ना ही मान्यता यहां पर संचालित कोचिंग सेंटरों में लडक़ेलड़कियों को एक साथ ही बैठाया जाता है और परीक्षा परिणाम आने पर अपनी कोचिंग ओं के रंग बिरंगे पर्चे छपवा कर अच्छा परिणाम पर्चे में लिखवा कर छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष गुमराह किया जाता है।
जबकि बारीकी से कोचिंग सेंटरों के परिणाम परीक्षा परिणाम की जांच की जाए तो परीक्षा परिणाम में अधिकांश कोचिंग सेंटरों के छात्र-छात्राओं के अच्छे अंक दिखाई ही नहीं देते कितनी अचरज वाली बात है कि कोलारस नगर में 2 दर्जन से भी अधिक अवैध कोचिंग सेंटर किराए की दुकानों कमरों में संचालित हो रहे हैं इसके बावजूद भी ना तो शिक्षा विभाग ध्यान देता है और ना ही प्रशासनिक अधिकारी इन अवैध कोचिंग सेंटरों पर जाकर छापामार कार्रवाई नहीं करते इसके चलते प्रतिवर्ष कोलारस नगर में अवैध कोचिंग सेंटरों की संख्या बढ़ जाती है
प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर खुल रहे हैं कोचिंग सेंटर
कोलारस नगर में गायत्री कॉलोनी एपोचरोड एबी रोड मानीपुरा स्टेशन रोड कॉलेज रोड राईरोड जगतपुर में अवैध कोचिंग सेंटरों की भरमार है इन कोचिंग सेंटरों में रंगीन आकर्षक बोर्ड लगाकर छात्र-छात्राओं को अपनी कोचिंगपर बुलाया जा रहा है प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गुजरात के एक शहर में इतना बड़ा हादसा हो जाने के बावजूद भी कोलारस में संचालित कोचिंग सेंटरों पर जाकर छापामार कार्यवाही नहीं की गई यदि देखा जाए तो कोलारस नगर में संचालित अवैध कोचिंग सेंटरों पर ना तो छात्र-छात्राओं को बैठने की उचित व्यवस्था है और ना ही बाहर पार्किंग जिससे कभी भी हादसा हो जाए तो इंकार नहीं किया जा सकता।
कोलारस नगर में अवैध कोचिंग सेंटरों की भरमार है प्रत्येक वर्ष शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले ही जगह जगह किराए की दुकानों कमरों में कोचिंग सेंटरों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है इन कोचिंग सेंटरों पर छात्र-छात्राओं से अवैध रूप से अधिक फीस वसूली जा रही है जोकि नियमों के विरुद्ध है यहां पर सोचने वाली बात तो यह है कि शासकीय शिक्षक तक कोचिंग सेंटरोंका खुलेआम संचालन करने में जुटे हुए हैं।