शिवुपरी। शहर के प्यासे कंठो के लिए लाइफ लाइन मानी जा रही सिंध जलार्धन योजना अभी भी पूर्ण नही है। अपनी शुरूवात से पूर्णता के लिए 18 वी साल में संघर्ष करती इस योजना के अंतर्गत डाली गई मुख्य पाईप लाईन टूटने की खबर आ रही हैं पाईप का एक वाल भी हवा में उड़ गया है। इस खबर से शहर के प्यासे कंठो की प्यासी उम्मीद भी हवा हो रही हैं।
जानकारी के अनुसार देर शाम शहर के बायपास के निकट मुख्य लाइन बस्ट हो गई। पानी खेतों में भर गया। पानी का कुछ हिस्सा एबी रोड पर भी आ गया था। इधर दूसरी ओर लाइन बस्ट होने से पहले बालाजी धाम के समीप एक वॉल्व भी हवा में उड़ गया। शहर की पानी सप्लाई ठप हो गई। बार-बार लाइन पंचर होने से जनता की उम्मीदों को ठेस लग रही है। एक ओर जहां सिंध के पानी ने शहर के करीब 18 से ज्यादा वार्ड में दस्तक देने की शुरूआत की है। लोगों को हल्की राहत भी मिलती दिखाई दे रही है। इसी बीच बार बार लाइन पंचर होने से लोगों को नियमित रूप से पानी नहीं मिल पा रहा।
तीन जगह से निकला पानी का फव्वारा
जिस दौरान सिंध की सप्लाई की जा रही थी। उसी दौरान होटल सेलिब्रेशन के पास जमीन से पानी का फव्वारा फूटने लगा। प्रत्यक्षदर्शी राजेश, सुनील, पिंकू, हर्षित ने बताया कि वे मंदिर से दर्शन करके लौट रहे थे। इसी बीच फव्वारा देखा तो रुक गए। एकाएक पानी की धार तेज हो गई। एक साथ तीन जगह से पानी हवा में ऊपर निकलता नजर आने लगा। पानी इतना तेजी से निकल रहा था कि पास के खेतों में भरने लगा। फिर हमने ग्वालियर बायपास पर बनाए गए हाइडेंट के पास बैठे लोगों को इस बात की जानकारी दी।
यही हाल पहले होता था खूबत के नीचे
जिस तरह अब शहरी क्षेत्र में लाइन फूट रही है। बीते एक साल में यही हाल डूब क्षेत्र में और सतनबाड़ा से फिल्टर प्लांट के बीच होता आया है। यहां बिछाई गई जीआरपी लाइन पानी का प्रेशर नहीं झेल पाती थी और बस्ट हो जाती थी। पिछले साल भी सिंध का पानी आंशिक रूप से मिल पाया था। अब यही हाल शहरी क्षेत्र में होने लगा है। कभी ओवरहेड टैंक भरने वाली लाइन फूट रही है तो अब मुख्य लाइन ही बस्ट होने लगी।
तीन टिकरी लगाकर जोड़ी लाइन
जिस जगह पर लाइन बस्ट हुई, वहां तीन टिकरी लगाकर लाइन को जोड़ा गया है। ओम कंस्ट्रक्शन कंपनी के महेश मिश्रा ने बताया कि लाइन में छोटा सा लीकेज हो गया था, जिसे हमने जोड़ दिया है। और जल्द ही डैम का पानी शहर पहुंच जाएगा, क्योंकि शुक्रवार दोपहर फिल्टर प्लांट से पानी शहर को छोड़ दिया है जो शाम होने तक शहरी क्षेत्र में आ जाएगा।
ENC कटारे बोले थे-टाट में लगा रहे पैबंद
बीते साल जब लाइन बार बार बस्ट हो रही थी, तब मामले को पूर्व मंत्री यशोधरा राजे ने गंभीरता से लिया था। भोपाल से अधिकारियों की टीम मौके पर परीक्षण के लिए बुलवाई थी। यह टीम ईएनसी प्रभाकांत कटारे के नेतृत्व में सतनबाड़ा इलाके में पहुंची थी। उनके साथ आए इंजीनियरों ने तत्समय दोशियान के प्रबंधक रक्षित दोशी के समक्ष लाइन का निरीक्षण कर जब पाइप देखा तो कहा था कि यह पाइप तो मैट यानि टाट से बना हुआ है।
इसमें पैबंद लगाकर यह पाइप कैसे चल पाएगा। दरअसल उसके बाद गर्मियां तो जैसे तैसे टिकरी लगाकर काट दी गई, लेकिन बाद में एमएस पाइप लाइन बिछाने का निर्णय हुआ। इस साल अब तक सतनवाड़ा इलाके में तो बड़े डैमेज की खबर नहीं मिली है, लेकिन शहरी क्षेत्र में लाइन बस्ट होने की खबरें एक दो दिन छोड़कर मिलने लगी हैं।