शिवपुरी। आज पुलिस अधीक्षक के पास पोहरी क्षेत्र के ग्राम मारौरा से एक महिला आवेदन लेकर आई। साथ ही महिला अपने साथ घर में जलकर राख हो गए नोटों को लेकर आई। महिला का आरोप है कि आरोपीयों ने पहले तो उसके घर में आग लगाई। जिससे उसके घर में रखे 40 हजार नगद सहित घर ग्रहस्थी का सामान जलकर राख हो गया। इतना ही नहीं इस मामले की शिकायत पुलिस से ही तो पुलिस ने भी इस मामले में शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया।
जानकारी के अनुसार ग्राम मारौरा की एक महिला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत करते हुए कहा है कि 29 अप्रैल की सुबह 11 बजे दोनों पिता-पुत्र अपने साथियों के साथ आए और हमारी प्याज लगी जमीन को जोतने लगे। हम लोगों ने विरोध किया तो गाली-गलौज करने लगे। ट्रैक्टर चढ़ाने लगे तो हम सभी जान बचाकर घर पहुंचे।
उक्त लोग एकराय होकर पीछे से घर पर भी आ गए और लात घूसों से मारपीट करने लगे। हमारी टपरिया में आग लगा दी जिसमें चना गेहूं गृहस्थी का पूरा सामान और 1 लाख 57 हजार रुपए और दूसरी जगह रखे 40 हजार रुपए जलकर राख हो गए। उक्त नगदी सामूहिक विवाह सम्मेलन के लिए एकत्रित करके रखे थे। जब दमकल पहुंची तो अधिकतर सामान जल चुका था। जिसमें एक ट्रॉली गेहूं दो ट्रॉली चने की उपज रखी थी।
महिला बोली -रामबाबू को पकड़कर दिया, पुलिस ने छोड़ा
महिला का कहना है कि आग लगाकर सभी भागने लगे तो हमने रामबाबू शर्मा को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद पुलिस की डायल 100 गाड़ी भी आ गई और हमें भी बिठाकर साथ थाने ले गए। पुलिस ने पति शिशुपाल, जेठ भागचंद कुशवाह को थाने में बिठा लिया। विरोधी पक्ष प्रभावशाली है इसलिए हमारी तरफ से कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई। थाने पर पहले से ही उनके साथ सांठगांठ कर ली और रामबाबू को छोड़ दिया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं मामले में पोहरी टीआई दीनबंधु सिंह तोमर जानकारी देने से परहेज करते रहे।