खनियाधाना। शिवपुरी जिले के खनियाधाना क्षेत्र में रातों रात महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित करने का सिलसिला जारी है। ताजा मामला सिनावल कलां का है, जहां अज्ञात लोगों ने वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की प्रतिमा स्थापित की है। यह प्रतिमा सिनावल कलां तिराहे पर रखी गई है, जिसकी जानकारी मिलने के बाद आसपास के गांवों और स्थानीय लोधी समुदाय व अन्न समाज के लोगों में हर्ष का माहौल है। बहीं इस पूरे मामले पर खनियांधाना तहसीलदार निशिकांत जैन ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और कैमरे के सामने नही आए इससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासन की मिलीभगत से ही प्रतिमा स्थापित की गई पर धीमे स्वर में कार्यवाही करने की बात कही है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि प्रतिमा की सुरक्षा व्यवस्था की जाए। आपको बता दें कि इससे पहले भी खनियांधाना क्षेत्र में डॉ. भीमराव अंबेडकर, बिरसा मुंडा,रानी अवंती बाई,रानी अहिल्याबाई होल्कर जैसी अन्य प्रतिमाएं अलग-अलग स्थानों पर स्थापित की जा चुकी हैं।
वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी एक महान वीरांगना थीं जिन्होंने 1857 की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। उनका जन्म 16 अगस्त 1831 को ग्राम मनकेहणी, जिला सिवनी में हुआ था। वह एक साहसी और वीर महिला थीं जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया और अपने राज्य की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी।
अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और प्रतिमा की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाता है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रतिमा की सुरक्षा व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि प्रतिमा की सुरक्षा व्यवस्था की जाए। आपको बता दें कि इससे पहले भी खनियांधाना क्षेत्र में डॉ. भीमराव अंबेडकर, बिरसा मुंडा,रानी अवंती बाई,रानी अहिल्याबाई होल्कर जैसी अन्य प्रतिमाएं अलग-अलग स्थानों पर स्थापित की जा चुकी हैं।
वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी एक महान वीरांगना थीं जिन्होंने 1857 की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। उनका जन्म 16 अगस्त 1831 को ग्राम मनकेहणी, जिला सिवनी में हुआ था। वह एक साहसी और वीर महिला थीं जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया और अपने राज्य की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी।
अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और प्रतिमा की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाता है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रतिमा की सुरक्षा व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।