SHIVPURI NEWS: BMO की वाइफ ने की व्यापारी के साथ धोखाधडी, विक्रय से वर्जित जमीन लाखो मे बेच दी

Bhopal Samachar

दिनारा। शिवपुरी जिले के करैरा अनुविभाग के दिनारा थाने में दिनारा कस्बे में रहने वाले एक व्यापारी ने करैरा के पूर्व बीएमओ की पत्नी के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी का आवेदन दिया है। व्यापार का कहना है कि बीएमओ की वाइफ ने उन्हें विक्रय से वर्जित जमीन की रजिस्ट्री कर दी और उनके लाखों रुपए हड़प लिए है। इसलिए बीएमओ की पत्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

जानकारी के मुताबिक दिनारा निवासी व्यापारी उमेश गुप्ता पुत्र चतुर्भुज गुप्ता का कहना है कि 10 फरवरी 2025 की दोपहर 3-4 बजे करेरा निवासी श्वेता शर्मा पत्नी डॉ प्रदीप शर्मा और डॉ प्रदीप शर्मा मेरे प्रतिष्ठान पर आए। उनके संग ग्राम कूड़ निवासी बलवान सिंह यादव पुत्र ओमकार यादव आया। उन्होंने कहा कि वह ग्राम जरगवां अब्बल में सर्वे नंबर 101/1/2/3 एवं 101/1/2/5 में हम रकबा 0.80 हेक्टेयर के भूमिस्वामी हैं। हमारी यह जमीन झांसी-शिवपुरी राष्ट्रीय राजमार्ग पर है। हमें रुपयों की जरूरत है। हम जमीन बेचना चाहते हैं। संग आए बलवान सिंह यादव ने कहा कि भूमि पाक साफ है और पट्टे आदि की नहीं है, आप खरीद सकते हैं।

मैंने कहा कि जरगवां अब्बल पटवारी बृजेश यादव से तहकीकात कर लेंगे और जमीन खरीद लेंगे। इसके बाद पटवारी बृजेश यादव से संपर्क किया। पटवारी ने बताया कि पहली जमीन में रकबा 0.60 हेक्टेयर व दूसरी में 0.20 हेक्टेयर हिस्सा है, जिसकी श्वेता शर्मा भूमि स्वामी है। जमीन पट्टे आदि की नहीं है और विक्रय से वर्जित नहीं है, आप खरीद सकते हैं।

13 फरवरी को खाते में भुगतान कर दूसरे दिन रजिस्ट्री कराई
व्यापारी का कहना है कि 11 फरवरी को फिर से श्वेता शर्मा व डॉ प्रदीप शर्मा दुकान पर आए। जमीन का सौदा 38.91 लाख रु. में कर लिया। 13 फरवरी को विक्रय पत्र का ड्राफ्ट तैयार करा लिया। 33.20 लाख रु. 13 फरवरी को आरटीजीएस के जरिए श्वेता शर्मा खाते में भुगतान कर दिया। शेष राशि 5.71 लाख रु. भी आरटीजीएस कर दी। सब रजिस्ट्रार कार्यालय करैरा में 14 फरवरी को विक्रय पत्र पंजीयन किया, जिसमें 4.86 लाख रु. खर्च हुए।

जांच की जा रही है
शिकायत प्राप्त हुई है। दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।-
अमित चतुर्वेदी, थाना प्रभारी, पुलिस थाना दिनारा

जमीन नियमानुसार बेची है
अगर कोई शिकायत हुई है तो उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। हमने जमीन नियमानुसार बेची है। यदि किसी स्तर पर गलती हुई है तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। -
डॉ. प्रदीप शर्मा, पूर्व बीएमओ करैरा।