शिवपुरी। शिवपुरी जिला 2 राज्यों की सीमा का बॉर्डर है। शिवपुरी की सीमाएं राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमाओं से मिलती है। शिवपुरी जिले से 2 राष्ट्रीय राजमार्ग निकलते है। ग्वायिलर से गुना की और जाने वाले NH-3 (अब NH 44 का हिस्सा) और झांसी से कोटा जाने वाला NH-27 है। इससे पूर्व शिवपुरी के वासी एनएच 3 को एबी रोड के नाम से जानते थे यह हाईवे आगरा से बॉम्बे तक जाता था। लेकिन अब यह हाईवे सड़क एनएच 44 का हिस्सा है।
शिवपुरी से निकलने वाला NH-27 भारत का दूसरा सबसे पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग है। जब भारत में फोरलेन सडक प्रोजेक्ट शुरू हुआ था जब इसका निर्माण हुआ था तो यह भारत का दूसरा सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है। एनएच 27 की कुल लंबाई यह राजमार्ग 3,507 किलोमीटर है। शिवपुरी जिले मे यह हाईवे राजस्थान के बारां जिले की सीमा से उत्तर प्रदेश की झांसी जिले की सीमा को छूता है,मध्यप्रदेश में एनएच 27 शिवपुरी जिले से निकलता है यह मप्र में लगभग 150 किलोमीटर की यात्रा करता है।
शिवपुरी जिले की सीमा में अमोला क्षेत्र में सिंध नदी पर राजमार्ग 27 बना पुल मध्य प्रदेश का सबसे लंबा पुल है इसकी लंबाई 2.5 KM से अधिक है वही इस नेशनल हाईवे पर देश का सबसे लंबा पुल होने का भी रिकॉर्ड दर्ज है। यह पुल को भूपेन हजारिका सेतु (ढोला-सदिया सेतु) के नाम से जाना जाता है। यह सेतु असम राज्य में है यह NH 27 का एक हिस्सा है और लोहित नदी पर बना भारत का सबसे लंबा पुल है। इसकी कुल लंबाई 9.15 किलोमीटर है।
रात राज्यों का सफर करता है यह राष्ट्रीय राजमार्ग
NH-27 भारत के 7 राज्य गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम से होकर गुजरता है, और कई प्रमुख शहरों और पर्यटन स्थलों को जोड़ता है। यह पूर्व-पश्चिम गलियारे का एक प्रमुख हिस्सा है और देश के पूर्वी तथा पश्चिमी सिरों को जोड़ता है।
यह राजमार्ग गुजरात के पोरबंदर से शुरू होकर असम के सिलचर पर जाकर अपनी यात्रा पूरी करता है। अब इस राजमार्ग को कई स्थानो पर अपग्रेड करते हुए 6 लेन कर दिया गया है। NH-27 पोरबंदर से शुरू होकर, राजकोट, अहमदाबाद, उदयपुर, कोटा,शिवपुरी, झांसी, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर, पटना, किशनगंज, सिलीगुड़ी, और गुवाहाटी से होता हुआ सिलचर तक जाता है।
शिवपुरी से निकलने वाला NH-27 भारत का दूसरा सबसे पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग है। जब भारत में फोरलेन सडक प्रोजेक्ट शुरू हुआ था जब इसका निर्माण हुआ था तो यह भारत का दूसरा सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है। एनएच 27 की कुल लंबाई यह राजमार्ग 3,507 किलोमीटर है। शिवपुरी जिले मे यह हाईवे राजस्थान के बारां जिले की सीमा से उत्तर प्रदेश की झांसी जिले की सीमा को छूता है,मध्यप्रदेश में एनएच 27 शिवपुरी जिले से निकलता है यह मप्र में लगभग 150 किलोमीटर की यात्रा करता है।
शिवपुरी जिले की सीमा में अमोला क्षेत्र में सिंध नदी पर राजमार्ग 27 बना पुल मध्य प्रदेश का सबसे लंबा पुल है इसकी लंबाई 2.5 KM से अधिक है वही इस नेशनल हाईवे पर देश का सबसे लंबा पुल होने का भी रिकॉर्ड दर्ज है। यह पुल को भूपेन हजारिका सेतु (ढोला-सदिया सेतु) के नाम से जाना जाता है। यह सेतु असम राज्य में है यह NH 27 का एक हिस्सा है और लोहित नदी पर बना भारत का सबसे लंबा पुल है। इसकी कुल लंबाई 9.15 किलोमीटर है।
रात राज्यों का सफर करता है यह राष्ट्रीय राजमार्ग
NH-27 भारत के 7 राज्य गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम से होकर गुजरता है, और कई प्रमुख शहरों और पर्यटन स्थलों को जोड़ता है। यह पूर्व-पश्चिम गलियारे का एक प्रमुख हिस्सा है और देश के पूर्वी तथा पश्चिमी सिरों को जोड़ता है।
यह राजमार्ग गुजरात के पोरबंदर से शुरू होकर असम के सिलचर पर जाकर अपनी यात्रा पूरी करता है। अब इस राजमार्ग को कई स्थानो पर अपग्रेड करते हुए 6 लेन कर दिया गया है। NH-27 पोरबंदर से शुरू होकर, राजकोट, अहमदाबाद, उदयपुर, कोटा,शिवपुरी, झांसी, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर, पटना, किशनगंज, सिलीगुड़ी, और गुवाहाटी से होता हुआ सिलचर तक जाता है।