शिवपुरी। जिले में इन 24 घंटों में चार मौत होने की खबर मिल रही है। पहली कोलारस में वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद पति के 21 वर्षीय भतीजे ने शनिवार देर रात जहर खाकर आत्महत्या कर ली। परिजन उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरी शनिवार देर शाम एक फार्म पर काम करने वाले मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
मृतक की पहचान कोलारस थाना क्षेत्र के गोरा टीला गांव निवासी 50 वर्षीय राजाराम आदिवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं तीसरा हादसा कोलारस थाना क्षेत्र के भड़ौता-रामपुर रोड पर शनिवार रात करीब 10 बजे हुआ। इसमें 38 वर्षीय युवक की मौत हो गई, वहीं करंट लगने से पिता-पुत्र गंभीर घायल व एक भैंस की मौत हो गई।
पार्षद पति के भतीजे की जहर खाने से मौत
जानकारी के अनुसार कोलारस निवासी अमन शिवहरे पिता चंद्रशेखर शिवहरे ने रात करीब 1 बजे जहर खाया था। उसे सुबह लगभग 4 बजे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि की। अस्पताल चौकी पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया है। रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।
कोलारस थाना प्रभारी रवि चौहान ने बताया कि युवक द्वारा आत्महत्या करने का कारण अभी अज्ञात है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और मर्ग डायरी मिलने के बाद विस्तृत जांच शुरू की जाएगी।
दूसरा मामला-फार्म पर मजदूरी करते समय संदिग्ध मौत
राजाराम अपनी पत्नी के साथ रायश्री गांव के एक फार्म पर रहकर मजदूरी करता था। शनिवार शाम उसकी पत्नी पानी भरने गई थी। इसी दौरान राजाराम को उल्टियां आने लगीं और उसकी तबीयत बिगड़ गई। जब पत्नी वापस लौटी, तो उसने राजाराम को गंभीर हालत में पाया। वह तत्काल उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक के भतीजे ने पुलिस को बताया कि राजाराम प्रतिदिन शराब का सेवन करता था। शनिवार को उसने फार्म पर ही रहने वाले एक अन्य व्यक्ति के साथ शराब पी थी। भतीजे ने आशंका जताई है कि मौत या तो जहरीली शराब पीने से हुई है, या फिर दोनों के बीच हुए विवाद के बाद राजाराम ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया होगा। अस्पताल चौकी पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया है। रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस अब मजदूर की मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए गहनता से जांच कर रही है।
तीसरा मामला,अज्ञात वाहन ने मारी बाइक सवार में टक्कर-मौत
कोलारस थाना क्षेत्र के भड़ौता-रामपुर रोड पर शनिवार रात करीब 10 बजे हुआ। इसमें 38 वर्षीय माटू रावत पिता बादाम रावत निवासी भटौआ की मौत हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उनकी बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई या किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मारी, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। राहगीरों की सूचना पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कोलारस पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
चौथा हादसा,तार की चपेट में आई भैंस, मौत
शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के ग्राम रिजोदा में सोमवार सुबह करंट लगने से एक भैंस की मौत हो गई। गांव में झूल रहे बिजली के तारों की चपेट में पिता-पुत्र और एक मजदूर भी आ गए। तीनों की जान ग्रामीणों की सूझबूझ से बच गई। ग्रामीणों के अनुसार गांव में बिजली के तार लंबे समय से झूल रहे थे। इस संबंध में कई बार बिजली कंपनी के अधिकारियों को सूचित किया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया। पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण कच्ची सड़क पर पानी भर गया था, जिससे यह खतरा और बढ़ गया था।
सोमवार सुबह राजेश रघुवंशी अपने बेटे समित रघुवंशी और मजदूर धर्मेंद्र आदिवासी के साथ अपनी चार भैंसों को लेकर खेत की ओर जा रहे थे। रास्ते में एक भैंस झूलते हुए बिजली के तारों से टकरा गई और करंट लगने से उसकी तुरंत मौत हो गई। भैंस को बचाने के प्रयास में राजेश, समित और धर्मेंद्र भी करंट की चपेट में आ गए।
हादसे के बाद मौके पर मौजूद अन्य ग्रामीणों ने तुरंत मदद की, जिससे तीनों की जान बच सकी। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में बिजली कंपनी के प्रति गहरा आक्रोश है। उन्होंने मांग की है कि कंपनी समय रहते तारों की मरम्मत करता तो यह हादसा टाला जा सकता था। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मृतक की पहचान कोलारस थाना क्षेत्र के गोरा टीला गांव निवासी 50 वर्षीय राजाराम आदिवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं तीसरा हादसा कोलारस थाना क्षेत्र के भड़ौता-रामपुर रोड पर शनिवार रात करीब 10 बजे हुआ। इसमें 38 वर्षीय युवक की मौत हो गई, वहीं करंट लगने से पिता-पुत्र गंभीर घायल व एक भैंस की मौत हो गई।
पार्षद पति के भतीजे की जहर खाने से मौत
जानकारी के अनुसार कोलारस निवासी अमन शिवहरे पिता चंद्रशेखर शिवहरे ने रात करीब 1 बजे जहर खाया था। उसे सुबह लगभग 4 बजे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि की। अस्पताल चौकी पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया है। रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।
कोलारस थाना प्रभारी रवि चौहान ने बताया कि युवक द्वारा आत्महत्या करने का कारण अभी अज्ञात है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और मर्ग डायरी मिलने के बाद विस्तृत जांच शुरू की जाएगी।
दूसरा मामला-फार्म पर मजदूरी करते समय संदिग्ध मौत
राजाराम अपनी पत्नी के साथ रायश्री गांव के एक फार्म पर रहकर मजदूरी करता था। शनिवार शाम उसकी पत्नी पानी भरने गई थी। इसी दौरान राजाराम को उल्टियां आने लगीं और उसकी तबीयत बिगड़ गई। जब पत्नी वापस लौटी, तो उसने राजाराम को गंभीर हालत में पाया। वह तत्काल उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक के भतीजे ने पुलिस को बताया कि राजाराम प्रतिदिन शराब का सेवन करता था। शनिवार को उसने फार्म पर ही रहने वाले एक अन्य व्यक्ति के साथ शराब पी थी। भतीजे ने आशंका जताई है कि मौत या तो जहरीली शराब पीने से हुई है, या फिर दोनों के बीच हुए विवाद के बाद राजाराम ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया होगा। अस्पताल चौकी पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया है। रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस अब मजदूर की मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए गहनता से जांच कर रही है।
तीसरा मामला,अज्ञात वाहन ने मारी बाइक सवार में टक्कर-मौत
कोलारस थाना क्षेत्र के भड़ौता-रामपुर रोड पर शनिवार रात करीब 10 बजे हुआ। इसमें 38 वर्षीय माटू रावत पिता बादाम रावत निवासी भटौआ की मौत हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उनकी बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई या किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मारी, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। राहगीरों की सूचना पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कोलारस पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
चौथा हादसा,तार की चपेट में आई भैंस, मौत
शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के ग्राम रिजोदा में सोमवार सुबह करंट लगने से एक भैंस की मौत हो गई। गांव में झूल रहे बिजली के तारों की चपेट में पिता-पुत्र और एक मजदूर भी आ गए। तीनों की जान ग्रामीणों की सूझबूझ से बच गई। ग्रामीणों के अनुसार गांव में बिजली के तार लंबे समय से झूल रहे थे। इस संबंध में कई बार बिजली कंपनी के अधिकारियों को सूचित किया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया। पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण कच्ची सड़क पर पानी भर गया था, जिससे यह खतरा और बढ़ गया था।
सोमवार सुबह राजेश रघुवंशी अपने बेटे समित रघुवंशी और मजदूर धर्मेंद्र आदिवासी के साथ अपनी चार भैंसों को लेकर खेत की ओर जा रहे थे। रास्ते में एक भैंस झूलते हुए बिजली के तारों से टकरा गई और करंट लगने से उसकी तुरंत मौत हो गई। भैंस को बचाने के प्रयास में राजेश, समित और धर्मेंद्र भी करंट की चपेट में आ गए।
हादसे के बाद मौके पर मौजूद अन्य ग्रामीणों ने तुरंत मदद की, जिससे तीनों की जान बच सकी। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में बिजली कंपनी के प्रति गहरा आक्रोश है। उन्होंने मांग की है कि कंपनी समय रहते तारों की मरम्मत करता तो यह हादसा टाला जा सकता था। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।