पोहरी। ग्वालियर संसदीय क्षेत्र के सांसद भारत सिंह कुशवाह ने लोकसभा में झांसी–करैरा–पोहरी होकर सवाई माधौपुर तक प्रस्तावित रेलवे लाइन का मुद्दा उठाते हुए इसके कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने की स्वीकृति की मांग की। उन्होंने सदन में कहा कि यह रेलवे लाइन क्षेत्र की जीवनरेखा साबित होगी।
सांसद कुशवाह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस रेल लाइन का सर्वे कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है, अब केवल निर्माण कार्य प्रारंभ होने की प्रतीक्षा है। उनका कहना है कि जैसे ही इस रेल परियोजना को हरी झंडी मिलती है, वैसे ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान तीनों प्रदेशों के बीच सीधा रेल संपर्क स्थापित हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस रेल लाइन से क्षेत्रीय जनता को आवागमन की सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी बड़ा सुधार होगा। झांसी से सवाई माधौपुर तक की यह रेल गाड़ी न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगी बल्कि माल परिवहन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
भारत सिंह कुशवाह सांसद ने यह भी उल्लेख किया कि रेल लाइन बन जाने से करैरा और पोहरी जैसे अंचल के पिछड़े इलाकों में विकास के नए अवसर खुलेंगे। इससे पर्यटन, उद्योग और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
रेल लाइन की मांग को लेकर क्षेत्र के लोगों में खुशी और उम्मीद दोनों है। पोहरी निवासी पप्पू सिठेले का कहना है कि "आज भी हमें दूर-दराज के शहरों तक जाने के लिए बसों पर निर्भर रहना पड़ता है। रेल लाइन बन जाने से समय और खर्च दोनों की बचत होगी।"
वहीं करैरा के सुनील गुप्ता ने कहा कि "रेलवे लाइन शुरू होने से माल ढुलाई आसान होगी और कारोबार को सीधा फायदा पहुंचेगा। स्थानीय उत्पाद आसानी से बड़े शहरों तक पहुंच सकेंगे।"
झांसी की छात्रा नेहा यादव ने भी कहा कि "शिक्षा के लिए दूसरे शहरों में जाने वालों के लिए रेल सेवा वरदान साबित होगी। सुरक्षित और तेज़ आवागमन से हम विद्यार्थियों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा।"
स्थानीय जनप्रतिनिधियों का मानना है कि यदि इस परियोजना पर कार्य जल्द शुरू हो जाता है तो क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल जाएंगी। लंबे समय से लंबित यह रेलवे लाइन शुरू होते ही क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।
सांसद कुशवाह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस रेल लाइन का सर्वे कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है, अब केवल निर्माण कार्य प्रारंभ होने की प्रतीक्षा है। उनका कहना है कि जैसे ही इस रेल परियोजना को हरी झंडी मिलती है, वैसे ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान तीनों प्रदेशों के बीच सीधा रेल संपर्क स्थापित हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस रेल लाइन से क्षेत्रीय जनता को आवागमन की सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी बड़ा सुधार होगा। झांसी से सवाई माधौपुर तक की यह रेल गाड़ी न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगी बल्कि माल परिवहन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
भारत सिंह कुशवाह सांसद ने यह भी उल्लेख किया कि रेल लाइन बन जाने से करैरा और पोहरी जैसे अंचल के पिछड़े इलाकों में विकास के नए अवसर खुलेंगे। इससे पर्यटन, उद्योग और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
रेल लाइन की मांग को लेकर क्षेत्र के लोगों में खुशी और उम्मीद दोनों है। पोहरी निवासी पप्पू सिठेले का कहना है कि "आज भी हमें दूर-दराज के शहरों तक जाने के लिए बसों पर निर्भर रहना पड़ता है। रेल लाइन बन जाने से समय और खर्च दोनों की बचत होगी।"
वहीं करैरा के सुनील गुप्ता ने कहा कि "रेलवे लाइन शुरू होने से माल ढुलाई आसान होगी और कारोबार को सीधा फायदा पहुंचेगा। स्थानीय उत्पाद आसानी से बड़े शहरों तक पहुंच सकेंगे।"
झांसी की छात्रा नेहा यादव ने भी कहा कि "शिक्षा के लिए दूसरे शहरों में जाने वालों के लिए रेल सेवा वरदान साबित होगी। सुरक्षित और तेज़ आवागमन से हम विद्यार्थियों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा।"
स्थानीय जनप्रतिनिधियों का मानना है कि यदि इस परियोजना पर कार्य जल्द शुरू हो जाता है तो क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल जाएंगी। लंबे समय से लंबित यह रेलवे लाइन शुरू होते ही क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।